पत्रकारों का ऐलान, नही हुआ इंसाफ तो पूरे प्रदेश में दिया जायेगा ज्ञापन
प्रतिनिधि पत्रकार मंडल पुलिस अधीक्षक से मिलकर पत्रकारों पर अत्याचार को लेकर न्याय की मांग करेंगे..
फतेहपुर में सुरक्षित नहीं चौथा स्तंभ, पत्रकार की गाड़ी हुई चोरी, पूंछने पर गाली गलौज और की मारपीट, दी जान से मारने की धमकी..
फतेहपुर, उत्तर प्रदेश के जिला फतेहपुर में चौथा स्तंभ खतरे में और असुरक्षित है, आए दिन पत्रकारों के साथ अभद्रता मारपीट और दुर्व्यवहार की लगातार घटनाएं जारी है, बताते चलें कि एक हफ्ता पूर्व अंतर्राष्ट्रीय जनाधिकार परिषद के प्रदेश अध्यक्ष और जनाधिकार मीडिया ब्यूरो प्रमुख तबरेज वारसी (टीलू) एक सरकारी कार्यक्रम की कवरेज के दौरान गए थे, कार्यक्रम खत्म होने पर जब वो बाहर निकले तो देखा उनकी गाड़ी UP 71 Q 2211 हयाते लाल रंग की चोरी हो गई, उन्होंने तत्काल आस पास के कई इलाकों में हर तरफ गाड़ी को ढूंढा और पता लगाया लेकिन गाड़ी का कुछ भी पता नहीं चला, कुछ दिनों बाद उन्होंने अपनी गाड़ी को ग़ालिब और समून नामक हिस्ट्री शीटरों को फतेहपुर की बाजार में घूमते देखा जो कि आपराधिक प्रवत्ति के लोग है जिनके ऊपर कई मुकदमे भी चल रहे है, तबरेज़ वारसी ने जब दौड़कर गाड़ी रुकवाया और कहा ये गाड़ी तो मेरी है जो कुछ दिन पहले चोरी हो गई थी इतना सुनते ही ग़ालिब और समून नामक के हिस्ट्री शीटरों ने तबरेज वारसी से अभद्र व्यवहार व गाली देते हुए अभद्र भाषा शैली का प्रयोग किया, अपना रौब दिखाया और कहा ये गाड़ी मेरी है अगर तुमने कुछ कहा तो हाथ तोड़ देंगे और तुमको सरे आम गोली मार देंगे, तुमको जो करना हो कर लो, यहां पुलिस प्रशासन में मेरी पकड़ है मैं इनको रुपया भी खिलाता हूं। पुलिस को हफ्ते में रंगदारी भी देता हूं। तुम्हारी कुछ भी बात नहीं सुनी जाएगी। ब्यूरो प्रमुख तबरेज़ वारसी जब अपनी चोरी हुई गाड़ी साथ ही जान से मारे जाने की धमकी देने वालो के खिलाफ एफआईआर लिखवाने थाने पहुंचे तो उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया बल्कि थाने में शिकायत पत्र लेकर कारवाई करने का आश्वासन दिया गया। जब ताबरेज़ वारसी ने दूसरे दिन इंस्पेक्टर से कहा कि सर मेरी गाड़ी बरामद करवा दीजिये तो इंस्पेक्टर ने बताया वो शरीफ लोग है गाड़ी ट्रांसफर कर दो। जब कि पता लगाया जाए तो उनके खिलाफ कई मुकदमे भी मिलेंगे। पुलिस ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया ना ही कोई कार्रवाई हुई, ऐसे में तबरेज वारसी ने ऑनलाइन एफ आई आर (FIR) दर्ज करवा दिया है। इसी कड़ी में प्रतिनिधि पत्रकार मंडल अगले दिन पुलिस अधीक्षक से मिलकर पत्रकारों पर अत्याचार को लेकर न्याय की मांग करेंगे, अगर नहीं मिला न्याय तो पूरे प्रदेश में इसकी आवाज उठाकर देंगे ज्ञापन।
जहां एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर नई रूपरेखा नए ढंग से बनाने में लगे हैं, वही फतेहपुर से इस तरह की घटना का आना उत्तर प्रदेश सरकार के लिए काफी शर्मनाक है। जहां दबंग खुलेआम पत्रकार की गाड़ी चुराकर शहर में घूम रहें हैं, पत्रकार को अपनी दबंगई दिखाकर जान से मारने की धमकी देकर पुलिस प्रशासन को चुनौती दे रहें हैं।
अब देखना यह है कि तबरेज वारसी के मामले में फतेहपुर के पुलिस कप्तान और जिलाधिकारी कितनी गंभीरता से संज्ञान लेते हैं, और क्या दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हो पाएगी। वैसे दबंग ने तो खुली चुनौती दी है कि कोई भी अधिकारी तुम्हारी नहीं सुनेगा सब जगह मेरी हनक है।
फतेहपुर संवाददाता तौफीक अहमद की रिपोर्ट