रोजे भी फर्ज, ड्यूटी भी फर्ज ।
दोनो फर्ज निभाने वाले डॉक्टर को सलाम 🤲🇮🇳,,,,,,,
जोधपुर-: शहर के मथुरादास माथुर अस्पताल के कोविड-19 आइसोलेशन वॉर्ड में डॉक्टर मुहम्मद यासीन कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में जुटे हुए हैं। फ़र्ज़ के प्रति इनकी धर्मपरायणता भी ऐसी है कि ये पिछ्ले 2 महिनो से अपने घर नहीं गये हैं और लगातार अस्पताल में 24 घण्टे ड्यूटी दे रहे हैं।
कोरोना महामारी से बचाव के लिये इस वक्त पूरा देश लॉकडाउन की अवस्था में अपने घरों मे परिवार वालों के साथ वक्त गुजार रहा हैं वहीं डॉक्टर मुहम्मद यासीन जैसे अनेकों कोरोना योद्धा लगातार इस महामारी से लड़ रहे हैं।
रमजान के पवित्र महीने के दौरान डॉक्टर मुहम्मद यासीन दिन मे रोजा रख कर ड्यूटी करते हैं और अस्पताल में ही नमाज और इबादतें करते हैं। मरीज़ो की देखभाल को अहम फ़रीज़ा मानते हुए वे दिन रात जुटे हुए हैं ताकि लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा सके, अपने परिवार वालों से मिल सके। क्योंकि डॉक्टर यासीन इस बात को अच्छे से समझते हैं कि परिवार से दूर रहना कितने सब्र और संयम का काम है! डॉक्टर साहब की बीवी नर्स हैं, और हमेशा उनकी सहायता करती हैं। दो बच्चे हैं, उमर और अफ़ीफ़ा जो पिता का हौंसला इस वक्त बढाने का कार्य कर रहे हैं।
परिवार वालों से वीड़ियो कॉल पर बात करते हुए बेटा उमर जब पूछता है "पापा घर कब आओगे? तो इसके जवाब में डॉक्टर यासीन कहते हैं "कोरोना को हराकर ही आऊंगा" और पूरा परिवार हौंसलों को पर लगाने लगता है। बताने का तात्पर्य ये है कि ये पूरा परिवार एक मिसाल है।
डॉक्टर मुहम्मद यसीन साहब का कहना है कि संकट के इस कालखण्ड में हमें काम करने का मौका मिला है हम खुशनसीब हैं। बहुत जल्द इस संक्रामक रोग से हमें मुक्ति मिलेगी इंशा अल्लाह! जिस दिन हमारा मुल्क इस बिमारी से निजात पाकर फिर से खुशहाली और अमन की पटरी पर दौड़ेगा उस दिन में घर जाऊंगा और ईद भी उसी दिन मनाऊंगा!
डॉक्टर मुहम्मद यासीन साहब की कर्त्तव्यपरायणता और धर्मपरायणता को ढेरों नमन और लाखों सलाम..! मालिक से दुआ कि आप अपने लक्ष्य को जल्द पहुँचे, और जीत हासिल करके घर लौटें! रमज़ान आपका मक़बूल हो! आप सदा खुश रहें, आबाद रहें!
मथुरादास माथुर अस्पताल जोधपुर में कोरोना वायरस मरीजों की देखभाल कर रही पूरी टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद
सभी घरों में रहें सुरक्षित रहे
आरब खान जोधपुर सवांददाता