पंचशील अन्न बैंक" मोबाइल सेवा  निःस्वार्थ सेवाभाव से असल ज़रूरतमन्दों हेतु समर्पित 

पंचशील अन्न बैंक" मोबाइल सेवा  निःस्वार्थ सेवाभाव से असल ज़रूरतमन्दों हेतु समर्पित


डेस्क
 कोरोना वैश्विक महामारी  लाकडाउन-२ का 18 वां दिन
" भूखें को रोटी और प्यासे को पानी" देना दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय गुण है"।


"पँचशील-अन्न-बैंक" मोबाइल सेवा रोहित कुमार चौधरी व राजेश कुरील के संयोजन में बहुजन सामाजिक संगठन बहुजन शक्ति संघर्ष वाहिनी, विश्व दलित परिषद, एससी एसटी बेसिक टीचर वेलफेयर एसोसिएशन रायबरेली एवं आम्बेडकर फुले के अनुयायियों की मदद से लॉक डाउन के प्रारंभ से निरन्तर दिन-रात  ग़रीब, असहाय,वृद्धा,रिक्शा चालक दिहाड़ी मजदूर व अन्य राज्यों से आए श्रमिकों को चिन्हित कर रायबरेली शहर में घूम-घूम कर ज़रूरतमन्दों को सूखा राशन में आटा, अरहर दाल, चावल, नमक, मसाला,तेल, सोयाबीन,आलू व प्याज उपलब्ध करा रही हैं।
 लाकडाउन -२ के 18 वे दिन शहर के मुंशीगंज औघड़ आश्रम के आसपास ,सई नदी रेलवे लाइन किनारे , अमेठी ,परशदेपुर, लालगंज, राही, आदि कई स्थानों से आकर दिहाड़ी मजदूरी, रिक्शा चलाकर कामगारो ,घरेलू कामकाज करने वाली महिलाओं ,बिना राशनकार्ड वाले  पात्र, करीब २० परिवारों को राशन किट मुहैया कराया गया। 


आज के अंशदानकर्ता के रूप में प्रतिभा पटेल मैडम,
शैलेन्द्र कुमार ,(सेंट्रल स्कूल,Rbl),शिव नंदन,संदीप कुमार छोट लाल जी रहे।


"पंचशील अन्न बैंक" मोबाइल सेवा  निःस्वार्थ सेवाभाव से असल ज़रूरतमन्दों हेतु समर्पित 


                   प्रेम चन्द भरती वरिष्ठ
                   संवाददाता रायबरेली