मजदूरों को दिए गए नोडल अधिकारी के नंबर जो कि अस्थाई रूप से सेवा में नहीं है यही टोन बजती

 मजदूरों को दिए गए नोडल अधिकारी के नंबर जो कि अस्थाई रूप से सेवा में नहीं है यही टोन बजती


डेस्क


देश में कोरोना महामारी कोविड-19 के अंतर्गत पूरे भारत में प्रधानमंत्री जी के द्वारा 24/3/ 2020 से लगातार 3/5/2020 तक का संपूर्ण भारत मे लॉक डाउन किया गया लाख डाउन के दौरान देश के भिन्न-भिन्न राज्यो में रोजी रोटी कमाने हेतु लाखों प्रवासी मजदूर लाख डाउन में फंस गए जिसमे उन्हें खाने-पीने की भी दिक्कतें आई लॉक डाउन 2 के समाप्त होते होते हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरों का भूख व रोजगार छीनने के कारण मजदूरों का पैदल ही पलायन शुरू हो गया जिसमें हजारों किलोमीटर दूर तक मजदूर पैदल चल कर अपने गंतव्य तक पहुंचे कुछ मजदूर तो भूख और प्यास के कारण भटकते रहे लॉक डाउन 2 की समाप्ति से पूर्व ही भारत सरकार व प्रदेश सरकारों द्वारा प्रवासी मजदूरों को अपने गृह जनपद भेजने की कवायत शुरू हुई जिसमें देश के भिन्न भिन्न राज्यों में आपदा से संबंधित नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए साथ ही मजदूरों को समस्या दर्ज कराने हेतु मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किया गया जिसमें दिए गए नंबरों पर पीड़ितों द्वारा संपर्क भी किया गया बहुत कोशिश भी की गई जिसमें ज्ञात हुआ कि उक्त नंबर सेवा में उपलब्ध नहीं है एवं सरकार द्वारा जारी आपदा पोर्टल 1076 भी विगत कई दिनों से काम नहीं कर रहा है इसी स्थिति में प्रवासी मजदूर लाचार एवं परेशान हैं तथा अपने गृह जनपद पहुंचने में उनकी कोई मदद नहीं हो पा रही है।


सत्येंद्र कुमार की रिपोर्ट