नहीं थम रही प्रतिबंधित गुटखे की बिक्री,


 


नहीं थम रही प्रतिबंधित गुटखे की बिक्री,


👉🏻 गुटका विक्रेताओं का जहानाबाद कस्बा बना प्रमुख अड्डा


👉🏻 किराना की  सामग्री लाने के नाम पर बनवाया पास, ला रहे प्रतिबंधित गुटखा


170 का पैकेट 500 से ऊंचे दामों में बिक रहा किराना के सामान भी कालाबाजारी, प्रशासन के लिए चुनौती 


👉🏻कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रदेश में गुटका पान मसाला पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बावजूद किराना के व्यापारी ऊंचे दामों पर चोरी छुपे गुटका बेच रहे हैं इस खेल को प्रशासन नजरअंदाज कर रहा है।
सूत्रों की मानें तो जहानाबाद के किराना  के चुनिंदा व्यापारी कानपुर के व्यापारियों से सेटिंग कर रातों-रात गुटके की गाड़ियों को मंगवाते हैं। बाकायदा इन गाड़ियों को पार कराने के लिए पुलिस को शुल्क दिया जाता है। उसके बाद या गुटखा क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों तक बड़े ही सफाई से पहुंचाया जाता है इस गुटखे को पहुंचाने में थाने में तैनात कुछ दरोगा और सिपाही गुटखा विक्रेताओं की मदद करते हैं बदले में गुटखा विक्रेता इनको इस काम के लिए मैंहवारी शुल्क देते हैं। सूत्र बताते हैं कि जहानाबाद के किराना व्यापारी गुटका लाने के लिए प्राइवेट एंबुलेंस का भी प्रयोग करते हैं।एंबुलेंस में सारन बजाते हुए यह गुटखा व्यापारी बड़ी सफाई से गुटका एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने में कामयाब होते हैं।जो पैकेट 170 रुपए का बिकता था उस पैकेट को किराना व्यापारी 500 से भी ऊंचे दामों पर बेच रहे प्रशासन पूरे मामले को जानकर भी नजरअंदाज करने में जुटा हुआ है। गुटखा ही नहीं बल्कि किराना सामग्री का भी जहानाबाद के दुकानदारों ने रेट बढ़ा रखें है जहानाबाद में खाने-पीने की सामग्री पर  कालाबाजारी अपने चरम पर है इसके बावजूद कोई रोक नहीं लग पा रही है। किराना दुकानदार खुले आम ग्राहकों की जेब पर डाका डाल रहे हैं।


कलीम खान जहानाबाद सवांददाता