कोरोना फैला रही, बोलकर पड़ोसी ने सफदरजंग अस्पताल की दो महिला डॉक्टरों पर किया हमला, आरोपी अरेस्ट


पड़ोसियों ने महिला डॉक्टरों पर किया हमला, कोरोना फैलाने की बात कहकर किया अटैक..



स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी- कोरोना के नाम पर किसी को निशाना न बनाएं, भेदभाव को खारिज करने की दी सलाह, किसी समुदाय को बदनाम न करें..


अप्रैल 09, 2020, नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में तैनात दो महिला डॉक्टरों पर हमला किए जाने का मामला सामने आया है, कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन लागू है कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए डॉक्टर्स, मेडिकल स्टॉफ मोर्चे पर डटे हुए हैं लेकिन इस बीच, कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को निशाना बनाने की खबरें भी मिल रही हैं, दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में तैनात दो महिला डॉक्टरों पर हमला किए जाने का मामला सामने आया है।
जानकारी के अनुसार सफदरजंग हॉस्पिटल रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. मनीष ने इसकी जानकारी दी है, उन्होंने बताया कि सफदरजंग अस्पताल के इमर्जेंसी डिपार्टमेंट में तैनात दो महिला डॉक्टरों पर गौतम बुद्ध नगर में उनके पड़ोसियों ने हमला कर दिया, ये घटना बुधवार रात करीब 9.30 बजे की है, दोनों महिला डॉक्टर उस समय फल खरीदने के लिए घर से बाहर निकली हुई थीं, डॉ. मनीष ने बताया कि एक पड़ोसी, महिला डॉक्टरों पर जोर जोर से चिल्लाने लगा कि वे यहां कोरोना वायरस फैला रही हैं, एक व्यक्ति उनसे सोशल डिस्टेसिंग बनाने को कह कर उन पर चिल्लाने लगा उसने ये तक कह दिया कि ये कोरोना फैलाने बाहर निकली हैं, महिला डॉक्टरों ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि हम फल खरीद रहे थे तभी हमारे पड़ोसी आकर हम पर चिल्लाने लगा साथ ही उस आदमी ने हम पर कोरोना वायरस का संक्रमण फिलाने का भी आरोप लगाया, जब महिला डॉक्टरों ने इस पर प्रतिक्रिया जाहिर की तो पड़ोसियों ने उन पर हमला बोल दिया, दोनों महिला चिकित्सा कर्मी सफदरजंग अस्पताल इमरजेंसी विभाग में पोस्टेड हैं, उनके साथ इस तरह की बदसलूकी गौतम नगर में रहने वाले 44 साल के उनके पड़ोसी ने ही की, हौजखास पुलिस थाने में केस दर्ज कराया गया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। डॉक्टरों पर हमले की घटना तब सामने आई है जब स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करके कोरोना के खिलाफ लड़ने वालों को निशाना न बनाने की अपील की है।


स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी- कोरोना के नाम पर किसी को निशाना न बनाएं, भेदभाव को खारिज करने की दी सलाह, किसी समुदाय को बदनाम न करें..



स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से जुड़े सामाजिक भेदभाव को संबोधित करते हुए एडवाइजरी जारी की है इसमें कोरोना वायरस को लेकर किसी को भी कलंकित न करने बात कही गई है। एडवाइजरी में भेदभाव को खारिज करने की सलाह दी है, वायरस से संक्रमितों की पहचान कभी भी उजागर न करें, कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए डॉक्टर्स, मेडिकल स्टॉफ, तमाम सरकारी महकमा और पुलिसकर्मी मोर्चे पर डटे हुए हैं, इस बीच, कोरोना वायरस पीड़ितों और उनका इलाज करने वाले डॉक्टरों और अन्य को लेकर भेदभाव की कई खबरें सुर्खियों में रही हैं, इसी के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक नई एडवाइजरी जारी की है जिसमें भेदभाव को खारिज करने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 से जुड़े सामाजिक भेदभाव को संबोधित करते हुए ये एडवाइजरी जारी की है, स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइडरी में कहा गया है कि जो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, सोशल मीडिया पर उनकी पहचान कभी भी उजागर न करें। एडवाइडरी में यह भी कहा गया है कि कोरोना वायरस फैलाने के लिए किसी भी समुदाय पर आरोप न लगाएं, जो लोग ठीक हो चुके हैं, उन्हें कोरोना पीड़ित न कह कर कोविड-19 से उबरने वाला कहा जाए, इसके अलावा किसी समुदाय या इलाके विशेष पर कोरोना वायरस फैलाने का आरोप न लगाएं क्योंकि ये एक संक्रामक बीमारी है और किसी को भी हो सकती है।


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी