राजधानी लखनऊ के एक होली मिलन समारोह में घुसा तेंदुआ, मची भगदड़..


तेदुए की दहशत से आसपास के इलाके में रह रहे लोग घरों में हुए कैद



लखनऊ, 12 मार्च 2020 राजधानी लखनऊ में बीते एक महीने से तेंदुए का आंतक बना हुआ है। सबसे पहले तेंदुआ गोमतीनगर के मलेसेमऊ ककरहा पुरवा में देखा गया। इसके बाद तेंदुआ गायब हो गया। एक बार फिर तेंदुआ मंगलवार को चिनहट के लोलाई पुरवा पहुंच गया। चिनहट के लौलाई इलाके में होली मिलन समारोह में तेंदुआ घुसने से भगदड़ मच गई। चिनहट के लोलाई पुरवा इलाके में होली मिलन समारोह में उस समय भगदड़ मच गई जब वहां एक तेंदुआ पहुंच गया। तेंदुए को देखकर दहशत में लोग इधर-उधर भागने लगे लेकिन शोर अधिक होने और अफरातफरी देखकर तेंदुआ भाग निकला। ग्रामीणों ने तत्‍काल वन विभाग को सूचना दी। थोड़ी देर में ही टीम मौके पर पहुंच गई। तेंदुए की खोजबीन की गई लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका। बता दें कि गोमतीनगर इलाके में बीते एक माह से तेंदुए का खौफ है। ग्रामीणों की माने तो आए दिन तेंदुआ देखा जा रहा है लेकिन वन विभाग उसे पकड़ने में नाकाम रहा। अगर जल्‍द ही तेंदुआ नहीं पकड़ा गया तो कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। ग्रामीणों का दावा है कि कुछ लोगों ने इलाके में दिख रहे तेंदुए का वीडियो भी बनाया है। तेदुए के दहशत से आसपास के इलाके में रह रहे लोग घरों में कैद हो गए हैं। वन विभाग के अधिकारी रवि कुमार सिंह का कहना है कि ग्रामीणों की सूचना पर वन कर्मियों की टीम मौके पर पहुंच गई है। अभी तक तेंदुआ द्वारा किसी पर हमले की जानकारी नहीं मिली है। मौके पर टीम को तेंदुए के पग चिह्न से उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल टीम को तेंदुआ कहीं नजर नहीं आया है। अब पिजड़ा लगाकर तेंदुआ पकड़ने की कोशिश जारी है। मंगलवार रात से ही बुधरवार को दिन के करीब 12 घंटे तक टीम तलाश में जुटी रही । 


खरगापुर में तेंदुए ने बछिया को निवाला बनाया..11 मार्च बुधवार तड़के गोमतीनगर के खरगापुर में तेंदुआ ने एक बछिया पर हमलाकर अपना निवाला बनाया। खरगापुर के पूर्व प्रधान देवकीनंद विश्वकर्मा ने बताया कि गोमतीनगर विस्तार के मलेसेमऊ से लेकर चिनहट के लोलाई का पुरवा फुस्लौना में तेंदुआ देखा गया। वन विभाग की टीम ने कई इलाकों में डेरा डालकर तेंदुए को पकड़ने के लिए पिजड़ा और जाल लगाया गया। बता दें कि पहली बार तेंदुआ गोमतीनगर के मलेसेमऊ में 10 फरवरी को देखा गया जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था।  


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी