होली पर पुराने लखनऊ में हिन्दू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल देखने को मिली
लखनऊ । लखनऊ 10 मार्च 2020 को रंगों के त्योहार होली पर पुराने लखनऊ में हिन्दू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल देखने को मिली। चौक कोनेश्वर मंदिर से निकलने वाली बारात का कई जगह पर मुस्लिम भाइयों ने गुलाब के फूल और अबीर गुलाल से स्वागत किया। जुलूस में ऊंट, घोड़े की बग्घी व पैदल होलियार रंग उड़ाते हुए चल रहे थे। होली की बारात चौक से कमला नेहरू मार्ग, ऐशबाग, राजाबाजार, तहसीनगंज, अमीनाबाद व चौपटियां पर होली की बारात में हिन्दू-मुस्लिम एकता की झलक नजर आई। बारात में घोड़े व ऊंटों पर सवार होली के रंग में मदमस्त होरियारों की मस्ती मजा दोगुना कर गई। खड़खड़ों पर फाग और बिरहा गाती टोलियां और उन पर होने वाली गुलाल और फूलों की वर्षा ने पूरे क्षेत्र को गुलाबी कर दिया। शहर की सबसे पुरानी होली की बारात चौक कोनेश्वर मंदिर से सुबह दस बजे शुरू हुई। होलियारों पर लोग छतों से फूल व गुलाल बरसा रहे थे, जगह-जगह पर होलियारों का स्वागत किया जा रहा था। होली की बारात चौक से कमला नेहरू मार्ग, चौक मंडी, से विक्टोरिया स्ट्रीट, बजाजा, अकबरी गेट, चौक सर्राफा होती हुई वापस चौक चौराहे पहुची। विक्टोरिया स्ट्रीट पर बीजेपी कार्यकर्ता अकील अब्बास ने होलियारों के स्वागत के लिए टेंट लगाया था। लोग एक दूसरे को गले लगाकर होली की बधाई दे रहे थे। बजाजा में व्यापार मंडल अध्यक्ष आरिफ ज़ैदी ने होलियारों को स्वागत गले लगा कर और उन पर फूल बरसा कर किया। वही अकबरी गेट पर व्यापार मंडल अध्यक्ष इरफान ने गुलाल व मिठाई खिलाकर होलियारों का स्वागत किया। होलिकोत्सव समिति चौक के अध्यक्ष गोविन्द शर्मा और महामंत्री अनुराग मिश्र अन्नू ने बताया कि 52 वर्षों की तरह इस वर्ष भी होली बारात में सभी वर्गों के लोग शामिल हुए ।
रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी