लॉकडाउन पर मुस्लिम धर्मगुरुओं की अपील, मस्जिदों में नहीं घरों में अदा करें जुमे की नमाज


लॉकडाउन पर मुस्लिम धर्मगुरुओं की अपील, मस्जिदों में नहीं घरों में अदा करें जुमे की नमाज



वक़्फ़ संस्थाओं जैसे मस्जिदों, मदरसों व दरगाहों में भीड़ को रोकने का प्रयास करने और प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने का दिया निर्देश


लखनऊ, 26 मार्च 2020, कोराेना वायरास से सुरक्षा और लॉक डाउन के चलते ऐशबाग ईदगाह के मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने शुक्रवार को ही नमाज मस्जिद के बजाय घरों में अदा करने की अपील की है। इससे पहले भी वो बुजुर्गो, महिलाओं और  बीमारों को घर में नमाज अदा करने और चिकित्सक की सलाह लेने की अपील की थी। गुरुवार पुराने लखनऊ समेत शहर के कई इलाकों की मस्जिदों ने जुमे की नमाज घरों में अदा करने की अपील की गई। सुरक्षा कारणों का हवाला देकर एलान किया गया।
वहीं मजलिस उलमा-ए-हिंद के महासचिव व इमाम-ए- जुमा मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने दो सप्ताह के लिए जुमे की विशेष नमाज स्थगित करने का एलान पहले ही कर दिया है। ईरान में पिछले चार सप्ताह से जुमे की सामूहिक नमाज बंद है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर सार्वजनिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए देश के विभिन्न शहरों में मौजूद अन्य इमामों से भी नमाजे जुमा को दो सप्ताह के लिए स्थगित करने की अपील की है। कहा, हमारे मरजाए कराम ने भी इस संबंध में सावधानी बरतने को कहा है और चिकित्सकों और सरकारों की ओर से जारी निर्देशों पर अमल की हिदायत दी है। जुमे की नमाज को स्थगित कर वायरस के खात्मे की सभी लोग दुआ करें।
वहीं उप्र सुन्नी वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एमएम शुएब बताया कि बाेर्ड ने कोरोना से बचाव के लिए सभी मुतवल्लियों और कमेटियों से वक़्फ़ संस्थाओं जैसे मस्जिदों, मदरसों व दरगाहों में भीड़ को रोकने का प्रयास करने और प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया है।
टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजले रहमान मन्नानी ने भी घरों में जुमे की नमाज अदा करने की अपील की है। केवल मस्जिद में रहने वाले ही अंदर नमाज अदा करेंगे। उन्होंने अन्य दिनों में भी घर में ही नमाज पढ़ने की गुजारिश की है।


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी