कई पड़ाव से गुजरते हुए लखनऊ उजरियांव धरने के 41वें दिन भी महिलाओं का प्रदर्शन जारी



कई पड़ाव से गुजरते हुए लखनऊ उजरियांव धरने के 41वें दिन भी महिलाओं का प्रदर्शन जारी



कानपुर के दलित, क्रिश्चन, हिन्दू व पंजाबी समाज के लोगो ने विरोध प्रदर्शन में पहुंचकर महिलाओं का किया समर्थन



लखनऊ । उजरियांव गोमतीनगर में नागरिकता संशोधन कानून और एन आर सी के खिलाफ लगातार चल रहे शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के आज 41 दिन गुजर गए महिलाओं का संघर्ष जारी है और उनके हौसले भी बुलंद है प्रदर्शन के दरमियान बहुत से पड़ाव से गुजरती हुई महिलाएं खुले आसमान में सर्दी की कपकपाती राते, बारिश की रिमझिम और तेज बारिश में भीगते हुए, पुलिस द्वारा उनकी बर्बरता को झेलते हुए यहां तक कि महिलाओं को धरना स्थल से हटाने का प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास के बावजूद भी महिलाएं डट कर संघर्ष करती रहीं और आज 41वे दिन भी हिम्मत नहीं हारी, महिलाओं की इस हिम्मत को देखकर और नागरिकता कानून के खिलाफ संघर्ष करती उजरियांव की महिलाओं से मिलने और उनके जज्बे को सलाम करने कई बड़ी हस्तियां इनके समर्थन में पहले भी पहुंच चुकी है इसी कड़ी में आज 41वें दिन धरने पर बैठी महिलाओं से मिलने कानपुर के साथ कई अन्य जिले के दलित, क्रिश्चन, मोना पंजाबी व हिन्दू समाज के लोगो ने विरोध प्रदर्शन में पहुंचकर महिलाओं का समर्थन किया, जिसमे मेहपान सिंह, रवि कुमार, पादरी जितेंद्र पी के,  अखिलेश राजवंत, बंशी लाल पादरी, आकाश कुमार, विकास कुमार कानपुर, शंकर, रामजीवन कमल, ओमकार, जीतू कुमार,  प्रमोद कुमार, उत्तर प्रदेश भारतीय दलित प्रदेश महासचिव पादरी संतोष सिंह, जिलाध्यक्ष प्रोफेसर योगेश कुमार, पादरी अनिल किलवत, पादरी जितेंद्र, हरजीत सिंह, मनदीप सिंह, राजवंश, जमील खान आदि शामिल रहें, उन सभी ने महिलाओं का समर्थन करते हुए कहा कि हम सभी को अब पीछे नही हटना है जिस तरह सरकार इस काले कानून को वापस लेने में अपने कदम पीछे किए हैं उससे कहीं ज्यादा विरोध प्रदर्शन से उठने में हमारे कदम बहुत पीछे होना चाहिए क्योंकि ये लड़ाई किसी जाती धर्म की नही है बल्कि ये लड़ाई संविधान को बचाने की है ये लड़ाई सच और झूठ की है इन्हीं बातो के साथ महिलाओं ने हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए और शांतिपूर्ण तरीके से इस आंदोलन को जारी रखा ।


 रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी