उत्कर्ष संगोष्ठी का ग्यारहवां चरण हुआ आयोजित, भातखण्डे प्रकरण पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को दिया धन्यवाद प्रस्ताव 


उत्कर्ष संगोष्ठी का ग्यारहवां चरण हुआ आयोजित, भातखण्डे प्रकरण पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को दिया धन्यवाद प्रस्ताव 


लखनऊ, 27 फरवरी कल्याणपुर  स्थित गुरुकुल संस्था के मुख्यालय पर उत्कर्ष संगोष्ठी का ग्यारहवां चरण आयोजित हुआ जिसमें भातखण्डे संगीत अभिमत विश्वविद्यालय के प्रकरण पर सक्रिय कार्यवाही करने के लिए प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को धन्यवाद ज्ञापन किया गया। संगोष्ठी का संचालन करते हुए कथक नृत्यांगना सुरभि सिंह ने कहा कि पिछले दिनों वरिष्ठ संगीतकार धर्मनाथ मिश्र के नेतृत्व में सात सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भातखण्डे संस्थान में वर्तमान कुलपति एस.एस.काटकर द्वारा  जारी आर्थिक भ्रष्टाचारों और उत्पीड़क कार्यवाहियों की विस्तृत जानकारी दी थी तथा भातखण्डे की स्थिति के सम्बन्ध में जरूरी दस्तावेज भी महामहिम को दिये थे। जिसके बाद राज्यपाल ने इस पूरे प्रकरण पर तत्काल कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है। संगीतकार धर्मनाथ मिश्र ने संगोष्ठी में बोलते हुए बताया कि वर्तमान कुलपति काटकर द्वारा पूरे भातखण्डे संस्थान को बर्बादी की कगार पर पहुंचा दिया गया है तथा अब वर्तमान राज्यपाल महोदया के स्तर से कार्यवाही किये जाने की प्रक्रिया शुरू होना सभी संगीत प्रेमियों के लिए प्रसन्नता का विषय है। इस संगोष्ठी में कुलपति के उत्पीड़न के शिकार होकर दिवंगत होने वाले प्रख्यात सारंगीवादक स्व.पंडित विनोद मिश्र के परिवारजन भी मौजूद रहे।उनकी पुत्री प्रीति मिश्र ने बताया कि भातखण्डे मामले में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा प्रतिनिधि मण्डल को समय देने और पूरी ध्यानपूर्वक सुनने के बाद समुचित कार्यवाही का आश्वासन मिलने से उनका दुःख बहुत बड़ी सीमा तक कम हुआ है।प्रीति ने कहा कि वर्तमान कुलपति को उनके द्वारा किये गए अन्यायों के लिए दण्ड मिलना चाहिए और अब ऐसी व्यवस्था बननी चाहिए कि कोई दूसरा संगीत शिक्षक उनके पिता की और व्यवस्था के अन्यायों का शिकार न बने। संगोष्ठी सायंकाल 3 बजे से प्रारम्भ होकर 5 बजे तक चली। संगोष्ठी में तनुज नारायन, हरि सिंह,सहारा बानों, महेन्द्र मिश्र आदि वक्ता मौजूद रहे।


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी