श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन आचार्य दयालु जी महाराज ने श्री कृष्ण विवाह चरित्र का वर्णन किया....


 


श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन आचार्य दयालु जी महाराज ने श्री कृष्ण विवाह चरित्र का वर्णन किया....


जगतपुर (रायबरेली) - जगतपुर विकास क्षेत्र टाघन गांव में भागवत कथा के छठवें दिन आचार्य दयालु जी महाराज के मुखारविंद से गोपी उद्धव संवाद की कथा सुनाई श्री कृष्ण ने उद्धव को गोकुल भेजकर गोपीकाओं, को बुलाना चाहा ऊधव के लाख समझाने के बाद भी गोपियां मानने को तैयार नहीं हुई, उन्होंने कहा आप ज्ञान के माध्यम से मुझे समझाना चाह रहे हैं। लेकिन भक्ति के आने पर ज्ञान शुन्य हो जाता है। भक्ति मणि है। ज्ञान का दीपक हवा भी बुझ जाता है। लेकिन मणि के द्वारा सदैव संसार प्रकाशित होता रहता है। उधव श्री कृष्ण के विषय में बताते हैं। वहीं मथुरा में आप सभी के इंतजार में श्री कृष्ण व्याकुल है। लेकिन गोपियां कहती है। भगवान रोम रोम में व्याप्त है। उधव निरंतर हो जाते हैं। और भगवान श्री कृष्ण जी का संदेसा सुनाते हैं। तब गोपिया जवाब देती हैं। अंतर्मन से देखने पर हर जगह भगवान ही नजर आते हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को ईश्वर में श्रद्धा भाव और विश्वास रखना चाहिए सच्चे मन ईश्वर की भक्ति करने पर वह स्वयं ही भक्तों के पास चले आते हैं। इस मौके पर राधेश्याम, शिवकांत, आदि तथा सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।


दीपक कुमार संवाददाता जगतपुर