प्रबिसि नगर कीजै सब काजा... का संदेश देगें सात प्रवेश द्वार


 


प्रबिसि नगर कीजै सब काजा... का संदेश देगें सात प्रवेश द्वार।


अयोध्या। हाईवे को जोड़ने वाली नगर की प्रमुख सात सड़कों के मुहाने पर जल्द ही प्रबिसि नगर कीजै सब काजा... का संदेश देते सात भव्य प्रवेश द्वार बनेंगे। भव्य राममंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट गठन के बाद अब मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में प्रस्तावित अयोध्या तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद 100 वर्ग किमी. के प्राधिकरण क्षेत्र के विकास का जिम्मा संभालेगा। साथ ही तीर्थ क्षेत्र के अहम पड़ाव 84 कोसी परिक्रमा मार्ग समेत बस्ती जिले के पड़ने वाले पुत्रेष्टी यज्ञ स्थल, सरयू व तमसा तट के ऋषि-मुनियों के आश्रम समेत भरत कुंड तक कुल पांच जिलों की सीमाओं में ढांचागत विकास होगा। 
कमिश्नर एमपी अग्रवाल की ओर से अयोध्या को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की योजना पर लगातार समीक्षा व रणनीति का काम चल रहा है।


हैदराबाद की एक निजी कंपनी ने ढांचागत विकास को लेकर शहर को 1600 हिस्सों में सेटेलाइट तस्वीरों के जरिए बांटकर सर्वे रिपोर्ट तैयार की। कोलकाता की एस्टिलेट कंपनी सेटेलाइट से बनी सर्वे रिपोर्ट का ग्राउंड स्तर पर पड़ताल कर विकास की संभावनाओं पर काम कर रही है। 
इसी बीच दो और निजी कंपनियों ने कूड़ा फ्री शहर बनाने का प्रजेंटेशन दिया है। पहले चरण में स्मार्ट सिटी अयोध्या योजना से शहर से लखनऊ हाईवे से सटे सहादतगंज, बस्ती-लखनऊ हाईवे बाईपास पर साकेत पेट्रोल पंप के पास, गोंडा रोड़ पर सरयू के नया पुल पर, अंबेडकरनगर को जोड़ने वाले देवकाली बाईपास पर, सुल्तानपुर रोड पर अवध विवि के पास, रायबरेली हाईवे पर उसरू के पास भव्य अयोध्या धाम द्वार बनाने की योजना है। 
यहां उदया तिराहे पर बने भव्य गेट की तरह प्रबिसि नगर कीजै सब काजा, हृदय राखि कौसल पुर राजा।।... का मंत्र स्वर्णाक्षरों में दर्ज होगा। साथ ही रामायणकालीन भित्ती चित्र आदि सजाए जाएंगे। प्रदूषण फ्री शहर के लिए अयोध्या-फैजाबाद में सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। 
अंतरराष्ट्रीय मानक पर तीन बड़े पार्क विकसित होंगे, पहले चरण में रामनगरी के तुलसी उद्यान, राजघाट और फैजाबाद शहर का शहीद उद्यान शामिल है। इसे अलावा कूड़ा फ्री शहर बनाने, 10 पौराणिक कुंडों के जीर्णोद्धार व शहर के पुराने क्षेत्रों को हैरिटेज के रूप में विकसित करने का काम शासन से मंजूर होकर अब टेंडर की प्रक्रिया में आने वाला हैं। 
कमिश्नर एपसी अग्रवाल के मुताबिक ऐतिहासिकता, हैरिटेज के साथ आधुनिक होटल, रेजीडेंस, एजूकेशन, सड़क, हाई टेक्नोलॉजी पर आधारित व्यवस्थाएं, आधुनिक उद्यान, ट्रैफिक, पुलिस व्यवस्था आदि की स्थापना की जानी है। सरकार पहले चरण में प्रत्येक वर्ष लगभग 50 करोड़ खर्च करेगी। लगभग 250 करोड़ खर्च किया जाना है। इससे अयोध्या को विश्व स्तर के रूप में प्रदर्शित करने में मदद मिलेगी। 
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा के अनुसार स्मार्ट सिटी योजना का बजट अलग है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में प्रस्तावित अयोध्या तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद अस्तित्व में आएगा, तब उसका बजट प्रस्ताव घोषित होगा। गौरतलब है कि शासन ने इस संस्था के जरिए ढाई सौ करोड़ रुपये प्रतिवर्ष खर्च करके अयोध्या के ढांचागत विकास व प्रबंधन की रणनीति बनाई है। 
यह होगा स्मार्ट सिटी में
शहर के पुराने क्षेत्रों को हैरिटेज के रूप में विकसित किया जाएगा।
प्रमुख स्थानों पर मुफ्त वाईफाई की सुविधाएं दी जाएगी।
बेहतर ट्रांसपोर्ट की सुविधा के लिए इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी।
शहरों में जरूरत के आधार पर आधुनिक बस स्टाप बनाए जाएंगे।
स्मार्ट सिटी वाले शहरों में 24 घंटे जलापूर्ति की व्यवस्था की जाएगी।
शहर के सभी घरों में सीवर के कनेक्शन अनिवार्य रूप से दिए जाएंगे।
घनी आबादी वाले शहरों की सड़कें चौड़ी की जाएंगी।
कूड़ा इधर-उधर न फेंका जाए इसके लिए डस्टबिन रखाए जाएंगे।
मुख्य मार्गों के किनारे सौंदर्यीकरण के लिए गमले रखवाए जाएंगे और पौधे लगाए जाएंगे।
शहरों में और बेहतर सुधार के लिए लोगों के सुझाव भी लिए जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय मानक पर विकसित होंगे तीन बड़े पार्क
अयोध्या में स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत तीन बड़े पार्कों को अंतरराष्ट्रीय मानक का बनाए जाने की योजना है। इसमें अयोध्या शहर का तुलसी उद्यान, राजघाट व फैजाबाद शहर का शहीद उद्यान विकसित किया जाएगा। इसमें अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार पाथवे, बच्चों के लिए झूला, योग स्थल, शुद्ध जल, ओपन थियेटर, हर्बल गार्डन, साउंड सिस्टम व लाइटिंग के साथ विकसित किया जाएगा। कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद है। 
स्मार्ट स्ट्रीट के रूप में विकसित होंगे एक दर्जन चौराहे
अयोध्या के स्मार्ट सिटी योजना में एक दर्जन से अधिक चौराहों को स्मार्ट स्ट्रीट के रूप में विकसित किया जाना है। इसमें सहादतगंज, नाका चुंगी, नाका हनुमान गढ़ी, सिविल लाइन, रिकाबगंज, गुदड़ी बाजार, टेढ़ी बाजार, उदया क्रॉसिंग होते हुए बंधा तिराहा व बंधा तिराहे से साकेत पेट्रोल पंप तक को स्मार्ट स्ट्रीट के रूप में विकसित किया जाएगा। इन चौराहों व मार्गों पर पाथ-वे, सइनेजेज बैंचेज, ज्योमैट्रिकल डिजाइन के अनुसार डिस्पले बोर्ड व जगह-जगह पर हरियाली से संबंधित कार्य योजना तैयार की गई है। 
10 कुंडों का जीर्णोद्धार व रामकोट के आसपास होगा कायाकल्प
स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर को विकसित करने के साथ धार्मिक महत्व वाले स्थानों को पौराणिकता के साथ सजाया संवारा जाएगा। इसके लिए अयोध्या स्थित 10 कुंडों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। कुंडों के धार्मिक महत्व को उकेरते हुए आसपास बैठने के लिए बैंचेज, पीने के शुद्ध पानी के साथ अन्य नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके साथ ही रामकोट के आसपास की गलियों का रेनोवेश होगा। आधुनिकता के साथ मठ-मंदिरों की पौराणिकता को संरक्षित किया जाएगा। 
कूड़ा फ्री होगा अयोध्या, हो चुका प्रजेंटेशन
अयोध्या नगर निगम को कूड़ा फ्री बनाने के लिए कवायद तेजी पर चल रही है। वेस्टेज ट्रीटमेंट प्लाट लगाने की योजना है। इसके लिए सिडसिड में भूमि चिह्नित कर ली गई है। शहर के कूड़ा उठाने के लिए दो कंपनियां अब तक अपना प्रजेंटेशन पेश कर चुकी हैं। योजना यह है कि शहर को पूरी तरह से कूड़ा फ्री किया जाना है। शहर में कहीं पर भी कूड़ेदान व कूड़ा डंपिंग सेंटर नहीं दिखाई देगा। कूड़ा उठाने वाली कंपनियां सीधे घरों से कूड़ा लेकर सीधे ट्रीटमेंट प्लांट पर ले जाएंगे और वहां पर कूड़े रि-साइकिल किए जाएंगे। पूरी योजना 100 करोड़ रुपये के आसपास की है। 
सीएनजी शेल्टर से साथ सड़कों पर दौड़ेगी स्मार्ट टैक्सी व बसें
अयोध्या के स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत आगामी वर्षों में स्मार्ट टैक्सी स्टैंड, स्मार्ट बस स्टैंड की स्थापना के साथ सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसों-टैक्सियों के रूट निर्धारित किए जाएंगे। इसके लिए स्मार्ट बस शेल्टर बनाया जाएगा। इन पर सीसीटीवी कैमरे, पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रियल ट्रांसमिशन इत्यादि के लिए एलईडी डिस्पले लगाए जाएंगे। 17 स्थानों पर डिजिटल स्क्रीन लगाई जाएगी। इसमें धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यों का प्रचार-प्रसार होगा। 
इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट प्रणाली होगी लागू
शहर में स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट प्रणाली विकसित की जा रही है। इसके तहत 13 बड़े चौराहों पर सीसीटीवी, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, ट्रैफिक लाइट व कंट्रोल रूम जैसी सुविधाएं नगरवासियों को मुहैया होंगी। इसके लिए पोस्ट ऑफिस चौराहा, रायबरेली रोड, रीडगंज चौराहा, हनुमान बाग गुफा, हनुमान गढ़ी चौराहा, तहसील तिराहा, रानोपाली, देवकाली रोडकट, साकेत डिग्री कॉलेज, अयोध्या रेलवे स्टेशन मोड व नियावां चौराहे पर सोलर बिंलिकर लगाया जाएगा।


रिपोर्ट@त्रिलोकी नाथ