विकास कार्य के नाम पर किया गया घोटाला
रायबरेली ।सलोन तहसील के अंतर्गत विकास खंड डीह की ग्राम पंचायत फागूपुर में विकास कार्यों के नाम पर किए गए घोटालों को उजागर करने के लिए ग्रामवासियों ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय उत्तर प्रदेश तथा जिलाधिकारी महोदया रायबरेली को शिकायती पत्र दिया था। माननीय मुख्यमंत्री कार्यालय तथा डीएम महोदया के निर्देश पर सहायक निदेशक बचत रायबरेली को जांच टीम का प्रमुख बनाया गया। ग्राम पंचायत फागूपुर में विकास कार्यों की हकीकत जांचने पहुंची जांच टीम को विकास में चाक चौबंद दिखाने के लिए ग्राम प्रधान ग्राम रोजगार सेवक तथा ग्राम प्रधान के चमचों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया। शिकायतकर्ताओं को कदम-2 पर टोका गया। जांच टीम कदम कदम पर शिकायतकर्ताओं से दस्तावेजों की मांग करती थी। जबकि शिकायतकर्ताओंं द्वारा पहले ही दस्तावेज भेजे जा चुके थे। जांच अधिकारी जानबूझकर शिकायतकर्ताओं को कागजी खेल में उलझा रहे थे। गांव के शिकायतकर्ता इतने ज्यादा ब्रिलियंट तथा पढ़े लिखे तो होते नहीं हैं कि हर कार्य का डॉक्यूमेंट तुरंत खोल के दिखा सकेंं। जांच टीम को खुली आंखों से साफ दिखाई पड़ रहा था कि जो कार्य वित्तीय वर्ष 2018-19 में हो जाना चाहिए था। वह कार्य आनन-फानन में कराया गया है। जबकि यह वित्तीय वर्ष 2019-20 चल रहा है। शिकायतकर्ताओं को संतुष्ट करने की गरज से जांच टीम ने राज्य वित्त मनरेगा के कार्यों को एक में जांचने की कोशिश की। परन्तु हकीकत बदलने में नाकाम रहे। संतुष्टि पत्र बनवाने की गरज से जांच अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता से बयान लिखवाया जा रहा था। जब शिकायतकर्ताओं ने बयान लिख कर देने से मना कर दिया। तब जांच अधिकारी ने अपना दामन बचाने के लिए ग्रामसभा की चार पत्रावली अपने साथ ले गए।