राष्ट्रगान से किया आगाज़ महिलाओं ने नागरिकता कानून का विरोध प्रदर्शन, राजधानी के विभिन्न इलाकों से संविधान को बचाने उतरी सभी धर्म की महिलाएं
लखनऊ । राजधानी के थाना ठाकुर गंज के अंतर्गत हुसैनाबाद स्थित घंटाघर पर इस कड़ाके की ठंड में बिना तिरपाल के नागरिक संसोधन कानून और एनआरसी का विरोध कर रहीं प्रर्दशनकारी महिलाएं चार दिन से डटी हुई हैं, लखनऊ के घंटाघर में प्रदर्शन कारी महिलाओं ने एक सुर में सुबह 7.00 बजे राष्ट्रगान से विरोध प्रदर्शन का आगाज़ किया । जब से नागरिकता संसोधन का प्रस्ताव पारित हुआ है उसके बाद देश का हर कोना अपने अलग अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहा है देश भर में नागरिक संसोधन कानून और एन आर सी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहें हैं और इसकी खबर और चर्चा विदेश में भी हो रही है ऐसे में ये पहली बार हो रहा है कि देश की जनता सरकार के खिलाफ आवाज उठा रही है और सरकार जो जनता के दम पर कुर्सी पर बैठी है लेकिन जनता का समाधान उसके पास नहीं है पहले होता ये था कि सरकार का कोई भी ऐसा फैसला जो जनता को न पसंद होता था उस पर जब जनता अपनी आवाज उठाकर प्रदर्शन करती थी तो सरकार उनकी बात सुनकर उनका समाधान निकालती थी जिससे जनता की वो समस्या का समाधान होता था लेकिन वर्तमान में जनता की समस्याओं को नजर अंदाज किया जा रहा है उनकी आवाज को दबाया जा रहा है ।
बलिदान व कुर्बानियां देकर घंटाघर पर विरोध प्रदर्शन करती महिलाएं
इन सब के बावजूद भी महिलाएं संविधान के अन्तर्गत शांतिपूर्वक अपनी आवाज बुलंद करके अपने घरों से निकलकर घर के कामों की और बच्चों के प्रति ज़िम्मेदारी की कुर्बानी व बलिदान देकर लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों से निकलकर जैसे हुसैनाबाद, ठाकुरगंज, बालागंज, मुसाहब गंज, खदरा, मौलवीगंज, मछली माहौल, हुसैनगंज पुराना किला आदि से निकलकर लखनऊ के घंटाघर में पहुंचकर एकत्रित होकर सरकार तक अपनी आवाज को पंहुचाने का काम कर रही हैं महिलाओं के साथ छोटे बच्चे तथा बच्चियां भी कड़ाके की ठंड में हुसैनाबाद घंटाघर पर नागरिक संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते नजर आ रही हैं, जिसमे महिलाओं का कहंना है कि ये काला कानून है जिसे सरकार हम लोगो पर थोप रही है, जिसका हम सभी विरोध करते है साथ ही महिलाओं का कहना है कि हम लोग जब शांति से प्रदर्शन कर रहे है तो पुलिस द्वारा हमारे कंबल और गद्दे छीन लिये जाते हैं साथ ही ठंड व कोहरे से बच्चों व खुद को बचाने के लिए अलाव जला रहे थे उसको भी पुलिस ने बुझा दिया। इसी के साथ नगर निगम द्वारा घंटाघर के पास बने सुलभ शौचालय व स्ट्रीट लाइटो को भी बंद कराया गया। महिलाओं द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन में मौके पर भारी संख्या में यूपी पुलिस व आरएएफ बल मौजूद है जो कि महिलाओं को समझा बुझा कर यहां से हटाने की कोशिश में लगा हुआ है लेकिन उन महिलाओं का कहना है कि मरना ही मुक़ददर है तो फिर लड़ के मरेगें खामोशी से मर जाना मुनासिब नही होगा ।
रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी