पीली ईंट से कराया जा रहा पुलिया का निर्माण
सरेनी (रायबरेली)। जहां एक तरफ यूपी सरकार विकास के बड़े बड़े दावे कर रही है वहीं दूसरी ओर सरकार के अधिकारी व ठेकेदार विकास की योजनाओं पर पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है जहां पर जिम्मेदारों द्वारा मानकों को ताक पर रखकर पुलिया निर्माण का कार्य कराया जा रहा है।ताजा मामला सरेनी लालगंज मुख्य मार्ग स्थित ठंगैचा गांव के पास का है, जहां मानकों की अनदेखी कर घटिया सामग्री व पीली ईंटों से पुलिया का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। बात हो रही है सरेनी लालगंज मार्ग की, जिसका यहां के लोगों को दशकों से इंतजार था लेकिन जब इंतजार खत्म होने की बारी आई और निर्माण कार्य शुरू हुआ तो शुरुआत से ही पुलिया का काम धांधली पूर्वक मानक के विपरीत किया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। और मजे की बात तो यह है कि इसी मार्ग से जिले के जिम्मेदारों का निरंतर आना जाना है लेकिन किसी की नजर इस ओर नहीं गई या फिर यूं कहें कि जिम्मेदारों द्वारा जानबूझकर नजरंदाज कर दिया गया। कहीं बंदरबांट तो इसकी मुख्य वजह नहीं है। खैर जो कुछ भी हो लेकिन अभी तक जिम्मेदारों द्वारा मौके पर जाकर निर्माणाधीन पुलिया की जांच पडताल करने की जहमत नहीं उठाई गई। पुलिया में लगने वाली ईंट पीली ईंट है। प्राप्त बजट में ठेकेदार और अधिकारी घटिया ईट व सामग्री लगाकर मात्र अपना बजट बढ़ा रहे हैं। कार्यदाई संस्था व विभागीय जिम्मेदारों की मिलीभगत से बेखौफ होकर मानकों को ताक पर रखकर पुलिया का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। क्षेत्रीय लोग भी इस निर्माण कार्य से खुश नहीं है।वहीं अधिकारियों की भी ठेकेदार के ऊपर कोई कार्यवाही करने की हरकत दिखाई नहीं दे रही है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि किसी तरह से कई सालों बाद विधायक धीरेंद्र सिंह की मेहनत के बाद सड़क आई है अगर निर्माण कार्य में शुरुआत से ही धांधली होगी तो हम इसकी शिकायत विधायक और उच्चाधिकारियों से भी करेंगे क्योंकि अगर इसी तरह से काम होगा तो फिर क्या फायदा।आखिर क्या वजह है कि जिम्मेदार जानबूझकर भी अंजान बने हुए हैं।