कहीं हवन तो कहीं दुवाओं के साथ सभी धर्म की महिलाओं ने घंटाघर में नागरिकता कानून पर किया विरोध प्रदर्शन



कहीं हवन तो कहीं दुवाओं के साथ सभी धर्म की महिलाओं ने घंटाघर में नागरिकता कानून पर किया विरोध प्रदर्शन



 


लखनऊ*।  नागरिकता सांशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ लखनऊ के घंटा घर के मैदान मे कड़ाके की ठंन्ड में घने कोहरे और खुले आसमान के नीचे बैठ कर हजारों की सख्या मे महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है पांच दिन गुजर गए आज छठे दिन भी महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी रहा कल लखनऊ में ग्रह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता कानून को लेकर बताया था कि जिसको विरोध करना है कर ले वापस नही होगा ये कानून उनके इस बयान पर प्रदर्शनकारी महिलाओं ने जवाब दिया कि हमारे हौसले बुलंद है हम इसी तरह विरोध जताते रहेंगे और उसी के बाद से महिलाओं की संख्या में और भी ज्यादा बढ़ोतरी होने लगी, इस प्रदर्शन में धर्म को न देखकर सभी धर्म की महिलाओं ने हिस्सा लिया साथ ही इस बात को भी दरसाया कि ये कानून सिर्फ मुस्लिमो के खिलाफ नहीं है बल्कि इस देश में बसने वाले हर नागरिक के विरोध में ये कानून बनाया गया है इसी को देखते हुए प्रदर्शनकारी महिलाओं ने सरकार को दिखाया कि हम सभी धर्म की महिलाएं इस विरोध में शामिल है और जब तक उनकी मांगे नहीं पूरी होती वो इसी तरह से विरोध जताकर अपनी आवाज उठाती रहेंगी, इसी कड़ी में मुस्लिम महिलाओं ने रोजा रखकर और हिन्दू महिलाओं ने व्रत रखकर प्रदर्शन किया साथ ही हिन्दू महिलाओं ने हवन करके पूजा की और मुस्लिम महिलाओं ने दुवाओं के साथ विरोध प्रदर्शन किया सभी महिलाओं ने अपने धर्म के मुताबिक पूजापाठ और दुवाएं की इसी कड़ी में हिंदुस्तान का झंडा हाथो में लेकर हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए साथ में संविधान के रचयिता डॉ भीम राव अम्बेडकर की फोटो हाथो में लेकर संविधान की रक्षा करती हुई नजर आईं इस प्रदर्शन में बुजुर्ग महिलाएं विकलांग महिलाएं भी शामिल हुई ये एक ऐसा आंदोलन है जिसमें सरकार के खिलाफ महिलाओं ने आवाज उठाई है ।
अब सवाल ये उठता है कि नागरिकता संशोधन कानून वापस लेने में क्या सरकार का किसी तरह का नुक्सान हो रहा है ये भी हो सकता कि शायद इस कानून को वापस लेने में करोड़ों रुपए का नुकान हो रहा हो ।


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी