झारखंड में हुआ था दर्दनाक हत्याकांड, CM ने लिया ऐसा फैसला, अब अपराधियों की खैर नहीं।
झारखंड सरकार ने पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदरी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में सात ग्रामीणों की निर्मम हत्या के मामले की जांच के लिए आठ सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया। पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने यहां बताया कि जमशेदपुर के घाटशिलाा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) राजकुमार मेहता के नेतृत्व में गठित एसआईटी में चाईबासा मुख्यालय के पुलिस उपाधीक्षक सुधीर, इंस्पेक्टर रामदयाल मुंडा एवं सुबोध लकरा, सीआई दिग्विजय ङ्क्षसह, संतोष कुमार, लक्ष्मण प्रसाद और मोनालिसा केरकेट्टा शामिल हैं।
एसआईटी हत्याकांड के जांच की अपनी पहली रिपोर्ट पांच दिन के अंदर सौंपेगी। सूत्रों ने बताया कि चाईबासा प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक एसआईटी को पुलिस अधीक्षक के जरिये निर्देश देगी।
पुलिस उप महानिरीक्षक ही एसआईटी के कार्यों का निरीक्षक भी करेंगे। गौरतलब है कि बुरुगुलीकेरा गांव में मौत के घाट उतारे गए सात लोगों के शव पुलिस ने बुधवार को बरामद कर लिया है।
अपर पुलिस महानिदेशक (अभियान) मुरारीलाल मीणा ने कल बताया था कि गुलीकेरा गांव से तीन किलोमीटर दूर घने जंगल से सात लोगों के शव बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि काफी दुरूह क्षेत्र होने के बावजूद पुलिस सर्च अभियान चला रही है। मीणा ने बताया था कि ग्रामीणों की हत्या लाठी-डंडे और टांगी-फरसे से नृशंस तरीके से की गयी है। कई लोगों के शव तो पहचाने जाने लायक ही नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस को घटना की सूचना मंगलवार को प्राप्त हुई जिसके बाद मौके पर पुलिस दल को रवाना किया गया था। इसके आधार पर पुलिस दल मंगलवार देर रात मौके पर पहुंचा। गांव से तीन किलोमीटर दूर जंगल से उप प्रमुख जेम्स बुढ़ समेत सात ग्रामीणों के जीर्णशीर्ण शव बरामद किये गये हैं।
त्रिलोकी नाथ की रिपोर्ट