तीन दिवसीय घनश्याम बाल चरित्र कथा का पुर्णाहुति एवं समापन
तीन दिवसीय घनश्याम बाल चरित्र कथा का पुर्णाहुति एवं समापन
बभनान छपिया (गोण्डा) ! छपिया स्वामिनारायण मंदिर में गुजरात के बीजापुर से आये सत्संग समाज के तत्वावधान में चल रहे तीन दिवसीय घनश्याम बाल चरित्र कथा का पूर्णाहुति के साथ समापन किया गया।
तीन दिवसीय कथा समारोह में अनेक सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।मुख्य यजमान भरत भाई और सतीश भाई सहित अनेक लोगों को सम्मानित किया गया। मुख्य यजमान ने पवित्र नारायण सरोवर से जल भर कर वैदिक परम्परा के अनुसार मंत्रोच्चार के साथ पूजन कराया।कथा व्यास भक्ति स्वामी ने कहा कि अंत भला तो सब भला। उन्होंने कहा कि किसी भी अनुष्ठान को मन से शुरू किया जा तो वह जरूर पूरा होता है। उन्होंने कर्म की प्रधानता पर बल दिया। महंत देव स्वामी महराज ने कहा जगत के कल्याण के लिए हवन यज्ञ पूजन और कथा जरूरी है। महंत स्वामी, गुरु जगत प्रकाश स्वामी और कोठरी विष्णु स्वामी के मुख्य यजमान को भगवान घनश्याम महराज की प्रतिमा और पट्टा पहना कर सम्मानित किया।समूह आरती की गयी। कोठरी स्वामी ने आभार व्यक्त किया।
भानू स्वामी, जीतू भगत, आनंद स्वामी, नंदू भाई, अयोध्या भाई, माधव राम तिवारी, पप्पू तिवारी, हरि दर्शन स्वामी, हितेश भगत,भक्ति स्वामी, घनश्याम भगत,विष्णु विवेक शुक्ला, किशोर भगत, धनजी भाई सहित सैकड़ों की संख्या में हरि भक्त रहे।
मनीष