136 पंचायतों में दो करोड़ की लाइटों का भुगतान पकड़ा, निदेशक ने दिए जांच के आदेश।
रायबरेली। पंचायतीराज विभाग में अधिकारियों की साठगांठ से स्ट्रीट लाइटें और सोलर लाइटें लगवाने में बड़े खेल की आशंका है। ताबड़तोड़ दो करोड़ से अधिक का भुगतान किए जाने का मामला शासन स्तर पर पकड़ में आने के बाद निदेशक ने जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही जांच पूरी न होने तक लाइटों के भुगतान पर पूरी तरह से रोक लगाने के आदेश दिए हैं। अब तक जिले की 136 ग्राम पंचायतों ने लाइट लगवाने के नाम पर दो करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान कर दिया है। शासन स्तर से जांच के आदेश के बाद पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और प्रधानों में बेचैनी है। पंचायतीराज विभाग से मिलने वाले बजट से होने वाले विकास कार्यों का भुगतान ऑनलाइन किए जाने के बाद भुगतान होते ही कारनामे पकड़ में आ रहे हैं।
पीएफएमएस के माध्यम से भुगतान किए जाने के बाद 136 ग्राम पंचायतों में मनमाने तरीके से लाइट लगवाने का मामला पकड़ में आया है। पंचायतीराज निदेशक की समीक्षा में मनमानी पकड़ में आई। 136 ग्राम पंचायतों ने लाइट लगवाने के नाम पर दो करोड़ से अधिक रुपयों का भुगतान कर दिया है।
जगतपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत रोझइया भीखमशाह, टिकठा मुसल्लेपुर, सुदामापुर, टांघन, मनिहरशर्की, मखदूमपुर, हेवतहा नेवढिय़ा सहित अन्य गांवों में स्ट्रीट लाइट लगवाने के नाम पर भुगतान किया गया है। इसके अलावा सलोन, ऊंचाहार, सरेनी, शिवगढ़, राही, अमावां, बछरावां, हरचंदपुर, डलमऊ, लालगंज, खीरों आदि ब्लॉकों में मनमाने तरीके से लाइटों के नाम पर भुगतान किए जाने की आशंका है।
निदेशक ने डीपीआरओ को लाइटों के भुगतान पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं। डीपीआरओ उपेंद्रराज सिंह ने बताया कि पंचायतीराज निदेशक ने स्ट्रीट लाइटों के नाम पर अब तक हुए भुगतान के जांच के आदेश दिए हैं। 136 ग्राम पंचायतों में करीब दो करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। निदेशक के निर्देश पर लाइटों के भुगतान पर जांच पूरी न होने तक रोक लगा दी गई है।
त्रिलोकी नाथ
अमावां रायबरेली