रायबरेलीः गड़बड़ी मिलने पर परिवहन मंत्री ने एआरटीओ को किया सस्पेंड


 


रायबरेलीः गड़बड़ी मिलने पर परिवहन मंत्री ने एआरटीओ को किया सस्पेंड।
रायबरेली में गंभीर अनियमितता की शिकायत पर सरकार ने रायबरेली के एआरटीओ प्रशासन राघवेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अशोक कटारिया के निर्देश पर की गई है। एआरटीओ को लखनऊ में तैनाती के दौरान वाहन मालिकों को जानकारी दिए बिना ही उनके वाहनों को ट्रांसफर करने के मामले में निलंबित किया गया है।
परिवहन मंत्री ने बताया कि एआरटीओ पर लगे आरोप गंभीर प्रवृत्ति के हैं। मंत्री ने बताया कि एआरटीओ ने अपना पक्ष रखते हुए बताया था कि उनको आवंटित विभागीय लॉगइन किसी ने हैक कर ली थी। जिसकी जरिए वाहन मालिकों के नाम ट्रांसफर करने में गड़बड़ी की गई थी।
उन्होंने बताया कि एआरटीओ के पक्ष को ध्यान में रखते हुए ही फिलहाल राघवेंद्र पर लगे आरोपों की जांच उप परिवहन आयुक्त संजय माथुर को सौंपी गई है।
इस बीच सूत्रों का कहना है कि एआरटीओ (प्रशासन) राघवेंद्र सिंह ने लखनऊ में तैनाती के दौरान वाहनों का मालिकों की बिना जानकारी के ही ट्रांसफर करने के आरोप लगे थे। मामले की जानकारी होने के बाद जांच कराई गई थी। लखनऊ के बाद उन्हें एआरटीओ प्रशासन के पद पर रायबरेली में तैनाती दी गई थी।
पूर्व एआरटीओ के खिलाफ भी चल रही गबन की जांच रायबरेली में एआरटीओ (प्रवर्तन) संदीप जायसवाल का कहना है कि इस संबंध में जानकारी नहीं है। कोई आदेश भी प्राप्त नहीं हुआ है। हालांकि एआरटीओ दफ्तर में अधिकारी के निलंबन को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही थी, वहीं एआरटीओ (प्रशासन) से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल स्विच आफ है।
जिले में तैनात रहे पूर्व एआरटीओ (प्रशासन) संजय तिवारी के खिलाफ भी गबन की जांच चल रही है। मामले में दो कर्मचारियों के खिलाफ पूर्व में कार्रवाई हो चुकी है। वर्तमान में संजय एआरटीओ (प्रशासन) लखनऊ के पद पर कार्यरत हैं। राघवेंद्र सिंह पर कार्रवाई के बाद उनका मामला भी एक फिर चर्चा में है।



त्रिलोकी नाथ
 अमावां रायबरेली