कर्मचारियों के बकाया भुगतान के लिये लखनऊ नगर निगम कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने महापौर व नगर आयुक्त को दिया ज्ञापन जल्द हो सकता है बड़ा आंदोलन



दिनांक-21 नवम्बर, 2019 लखनऊ। पूर्व घोषित मांग-पत्रा प्रेषित किये जाने के कार्यक्रम के अन्र्तगत आज दिनांक-21.11.2019 को लखनऊ नगर निगम कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में मोर्चे के समस्त अध्यक्ष मण्डल संचालन मण्डल पदाधिकारीगण एवं सैकड़ों कर्मचारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार, उत्तर प्रदेश शासन एवं नगर निगम लखनऊ प्रशासन स्तर पर लम्बित मांगों की पूर्ति किये जाने हेतु माननीया महापौर नगर निगम लखनऊ एवं नगर आयुक्त नगर निगम लखनऊ को मांग-पत्रा सौंपा। अध्यक्ष मण्डल के चन्द्र प्रकाश अग्निहोत्राी एवं राजेश सिंह द्वारा बताया गया कि लखनऊ नगर निगम कर्मचारी संयुक्त मोर्चा द्वारा कर्मचारी/संस्था हित को ध्यान में रखते हुये मांग की पूर्ति हेतु मांग-पत्रा प्रेषित किया गया है और आशा की गई है कि पत्राचार/वार्ता के माध्यम से मांगों की पूर्ति कराई जाये।  
  संचालन मण्डल के राम अचल एवं रमेश चैरसिया द्वारा बताया कि मांगों की पूर्ति न होने के कारण कर्मचारियों में व्यापक रोष व्याप्त है। यदि मांगों का निराकरण वार्ता के माध्यम से समय रहते नहीं किया जाता है तो मोर्चा आन्दोलन हेतु बाध्य होगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश शासन एवं नगर निगम प्रशासन की होगी।
     आज के ज्ञापन कार्यक्रम में सर्व श्री चन्द्र प्रकाश अग्निहोत्राी, किशन चन्द्र उपाध्याय, बाबू  मुकेश शाक्य, अशोक गोयल, महमूद अहमद, राजेश भारती , श्याम बिहारी शुक्ला, राजेश सिंह, आनन्द वर्मा, विकास कुमार गोंड अध्यक्ष मण्डल, विमल कुमार पाण्डेय, अरूण कुमार अवस्थी, प्रदीप बाजपेई, राम अचल, राकेश तिवारी, रमेश चैरसिया, उमेश चन्द्र यादव, अमरनाथ, मंसूर अली, जावेद अहमद, ओम प्रकाश उप्रेती, एहरार अहमद, राम चन्द्र यादव, भगौती मिश्रा, मो0 रेहान, मिर्जा इरशाद बेग, सर्वेश पाल, मो0 शोएब, विजय लक्ष्मी, रेखा यादव, हिमान्शू सावंत, राजीव रतन राय, सुखदेव प्रसाद, अर्जुन यादव, हेमन्त कुमार, मो0 शमशाद, राजकुमार, शील भान सिंह, मंगल ंिसंह, मुकेश सोलंकी, ओमकार राजभर, सिद्धार्थ नैथानी, जाकिर अली एवं मनीष पाल  उपस्थित थे।
                         
(शमील एखलाक)          (दीपक शर्मा)
   मीडिया प्रभारी            मीडिया प्रभारी


लखनऊ सवांददाता इक़बाल अहमद, सुफियान वारिस की रिपोर्ट