दादा मियाँ का हर साल पांच रोज़ा उर्स बड़ी ही शान ओ शौकत के साथ किया जाता है


 


हज़रत ख्वाजा मोहम्मद नबी रज़ा शाह अलमारूफ़ दादा मियाँ रoअo के 112वें सालाना उर्स का आगाज़ हायत ही शानो ओ शौकत के साथ आज से व जावते तौर से शुरू हो गया है। इस दरगाह की सबसे बड़ी बात ये है कि यहां सालाना उर्स के मौके पर लाखों की तादाद में देश विदेश से श्रद्धालू आते है । और अपनी आस्था का इज़हार करते है।
दादा मियाँ र0अ0 ने दुनिया के सामने एसी मिसाल पेश की जिसकी रौशनी हर तरफ बिखरी हुई है। आपने अपनी छोटी सी ज़िन्दगी में इतना काम कर दिखाया जिसकी मिसाल आज के ज़माने में मिलना मुश्किल ही नही नामुमकिन है। इसकी जीती जागती मिसाल मुल्क व बैरूने मुल्क में लाखों की संख्या में फैले मुरीद और अकीदतमंद है।
आपका सिलसिला सिलसिला-ए-जहाँगीरीया है। जो सिलसिला -ए-कादिरिया चिश्तिया सोहरवर्दिया
हज़रत ख्वाजा मोहम्मद नबी रजा शाह दादा मियाँ का हर साल पांच रोज़ा उर्स बड़ी ही शान ओ शौकत के साथ किया जाता हैयह उर्से पाक 20 नवंबर से 24 नवंबर बारोज़ बुध से इतवार असताना दादा मियाँ मॉल एवेन्यू में होगा जिसमें जिक्र मिलाद शरीफ तरही मुशायरा चादर पोशी हल्का ए ज़िक्र रंगे महफ़िल ग़ुस्ल व संदल शरीफ का प्रोग्राम होगा। जिसमे देश के कोने कोने से अकीदत मन्द आएंगे देश ही क्या बहुत से विदेश से भी लोग इस उर्स में शिरकत करने आते है और अपनी अपनी मुरादे हासिल करते है/ और लोगो का मन्ना है कि यहाँ जो भी मुराद मांगी जाती है वह पूरी होती है /


 


तरन्नुम फरीदी की रिपोर्ट