-शराब, पान, गुटखा, तंबाकू आदि की दुकानों पर पांच से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे और लोगों के बीच सोशल डिस्टैंसिंग भी सुनिश्चित की जाएगी..
-जब शराब की दुकानें खुलेगी तो शराब खूब खरीदी और पी जाएगी, जहां इंसान घरों में राशन व पैसों के संकट से गुजर रहा हो तो थोड़ा बचा पैसा भी शराब में लगाएगा..
-इन दुकानों पर पांच से अधिक लोग न जाए और सोशल डिस्टैंसिंग बनी रहें, क्या हर दुकानों पर पुलिस तैनात की जाएगी कैसे इनपर रखी जाएगी नजर..
लखनऊ–नई दिल्ली, 02 मई 2020, यूं तो लॉकडाउन की अवधि बढ़कर अब 17 मई हो गई है, लेकिन 4 मई से देश के कई हिस्सों में ज्यादातर गतिविधियों की अनुमति मिलने वाली है। केंद्र सरकार ने उन गतिविधियों की लिस्ट जारी की है जिनकी खास इलाकों में अनुमति दी गई है। इसके मुताबिक, अब शराब और पान, गुटखा और तंबाकू की दुकानें भी खुल जाएंगी।
ऑर्डर में ये स्पष्ट नहीं किया गया है कि ये दुकानें किस जोन में खुलेगी और किसमें बंद रहेगी, इसलिए माना जा रहा है कि इन्हें रेड, ऑरेंज और ग्रीन, सभी जोनों में खोलने की अनुमति होगी। गृह मंत्रालय के ऑर्डर में इसका जिक्र संलग्नक के रूप में किया गया है। इसमें सार्वजनिक स्थलों पर किन-किन गतिविधियों पर पाबंदी है, इसका जिक्र है। इसी में यह कहते हुए कि सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने और पान, गुटखा, तंबाकू आदि खाने की अनुमति नहीं होगी और इन दुकानों पर सोशल डिस्टैंसिंग के नियम का पालन करना होगा।
-क्या कहता है गृह मंत्रालय का ऑर्डर..
केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी ऑर्डर में कहा गया है कि शराब और पान, गुटखा, तंबाकू आदि की दुकानों पर एक साथ 5 से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे और लोगों के बीच सोशल डिस्टैंसिंग भी सुनिश्चित की जाएगी। ऑर्डर कहता है, 'लॉकडाउन के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने, पान, गुटखा, तंबाकू आदि खाने की इजाजत नहीं होगी। हालांकि, न्यूनतम छह फुट की दूरी (दो गज की दूरी) ग्राहकों के बीच सुनिश्चित करने के बाद शराब, पान, तंबाकू की बिक्री करने की इजाजत होगी तथा दुकान पर एक समय में पांच से अधिक लोग नहीं होंगे।
जोन के आधार पर मिलेगी छूट..
ध्यान रहे कि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन की मियाद दूसरी बार बढ़ाने के साथ ही देश के ज्यादातर हिस्सों में ज्यादातर कामकाज की अनुमति भी दी है। किस इलाके में कोरोना वायरस का कितना प्रकोप है और आगे खतरे का स्तर क्या हो सकता है, इसका आकलन करते हुए अलग-अलग इलाकों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांट दिया है। कोविड-19 मरीजों के लिहाज से ग्रीन जोन साफ-सुथरा इलाका है तो हॉटस्पॉट्स को रेड जोन करार दिया गया है। वहीं, इन दोनों कैटिगरी में नहीं आने वाले इलाकों को ऑरेंज जोन बताया गया है।
-जहां इंसान घरों में राशन व पैसों के संकट से गुजर रहा हो तो थोड़ा बचा पैसा भी इंसान शराब में लगाएगा..
अब सवाल ये उठता है कि ऐसे समय जब शराब की दुकानें खुलेगी तो शराब खूब खरीदी और पी जाएगी जबकि इस वक्त जहां लोगों के पास खाने को नहीं है, इंसान घरों में राशन और पैसों के संकट से गुजर रहा ऐसे में जो थोड़ा बहुत पैसा घर के लिए बचा भी होगा तो वो उन रुपयों से शराब पिएगा, स्थिति और भी बिगड़ने के आसार हैं।
सवाल ये भी है कि जब शराब और पान गुटखा की दुकानें खुलेगी तो उन दुकानों पर पांच से अधिक लोग न जाए और सोशल डिस्टैंसिंग बनी रहे इसके लिए क्या हर दुकानों पर पुलिस तैनात की जाएगी या उन दुकानों पर प्रशासन की कैसे नजर बनी रहेगी ?
रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी