पुलिस का मानवीय चेहरा, पड़ोसियों से मदद न मिलने पर बुजुर्ग महिला की अर्थी को दिया कंधा


-एक बुजुर्ग महिला के निधन पर मदद करने और अर्थी को कंधा देने के लिए कोई पड़ोसी आगे नहीं आया–


-पुलिस के जवानों ने ये फर्ज निभाया और एक बुजुर्ग महिला की अर्थी को कंधा देकर अंतिम संस्‍कार कराया–


लखनऊदिल्ली-जैतपुर, 18 मई 2020, पूरा देश इस समय कोरोना वायरस की महामारी का सामना कर रहा है, महानगर मुंबई्, दिल्‍ली, अहमदाबाद और चेन्‍नई कोरोना वायरस की महामारी से काफी प्रभावित हैं और इन शहरों में बड़ी संख्‍या में लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना काल में हालात ये हो गए हैं कि लोग दुख की घड़ी में भी एक-दूसरे का साथ देने के लिए आगे नहीं आ रहे, कोरोना संक्रमण के खौफ के कारण ये स्थिति निर्मित हो रही है। राजधानी के जैतपुर इलाके में ऐसा मामला सामने आया जब एक बुजुर्ग महिला के निधन पर मदद करने और अर्थी को कंधा देने के लिए कोई पड़ोसी आगे नहीं आया तो पुलिस ने ये फर्ज निभाया और महिला का अंतिम संस्‍कार कराया। 


-जैतपुर थाने के पुलिसकर्मियों ने फर्ज निभाया और महिला का अंतिम संस्‍कार कराया..


दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा के मुताबिक, सोमवार को जैतपुर थाने में 66 साल के जसपाल सिंह आये और उन्होंने बताया कि इलाके में वो अपनी 62 साल की पत्नी और 26 साल के बेटे (जिसकी मानसिक हालत ठीक नहीं हैं) के साथ रहते हैं, जसपाल मूलरूप से पंजाब के रहने वाले हैं और दिल्ली में उनका कोई रिश्तेदार नहीं है, उनकी पत्नी सुधा कश्यप नवंबर से बीमार चल रही थी आज सोमवार सुबह मौत हो गई है, जसपाल ने बताया कि पत्‍नी के अंतिम संस्कार की व्यवस्था वो कर नहीं सकते और न ही कोई पड़ोसी मदद के लिए सामने आ रहा है क्योंकि अभी कोरोना का खौफ है, इसके बाद जैतपुर थाने के 5 -6 पुलिसकर्मियों ने बुज़ुर्ग महिला के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करवाई और खुद अर्थी को कंधा देकर अंतिम संस्कार करवाया।
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 96,000 के पार पहुंच गई है, महाराष्‍ट्र, गुजरात और तमिलनाडु राज्‍य कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित हैं, दिल्‍ली में भी कोरोना के केसों की संख्‍या 10 हजार के पार पहुंच गई है।


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी