लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने घर से बाहर निकले लोगों को बेदर्दी से पीटा, वाहन तोड़ डाले


-कुछ बोलने या घर से बाहर निकलने का कारण भी नहीं बताने दिया, सोशल मीडिया में मारपीट का ये वीडियो सामने आया, इंदौर में लॉकडाउन के दौरान पिता-पुत्र घर से निकले थे..



-बुजुर्ग पिता और बेटे को बुरी तरह पीटने और गाड़ी तोड़ने का मामला गरमाया, बोहरा समाज में रोष..


-लोगों का कहना है कि वे दूध, दवाई और अन्य ज़रूरी सामान लेने निकले थे लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और बेतहाशा मारने लगी..


लखनऊइंदौर, 04 मई 2020,  मध्यप्रदेश में इंदौर पुलिस लॉकडाउन में अब लोगों के साथ बर्बरता से पेश आ रही है, ज़रूरी सामान लेने निकले लोगों की पुलिस बर्बरता से पिटाई कर रही है, बोहरा समाज के दो लोगों को पिटाई वाला एक वीडियो वायरल हो गया है, इसके अलावा पुलिस के शिकार नगर निगम के एक अधिकारी भी हुए जिन्हें जमकर पीटा गया। गुलज़ार कॉलोनी में कल सुबह बोहरा समाज के दो लोगों को पुलिस ने तब तक पीटा जब तक दोनों बाइक सवार भाग नहीं गए, इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ।
दरअसल वृद्ध पिता को मास्क और दस्ताने पहनकर सुरक्षित ले जा रहे बेटे को पुलिस जवानों ने बेरहमी से पीटा है। बिना कोई कारण के पुलिस जवान दोनों पर इस तरह टूट पड़े कि उन्हें कुछ बोलने या घर से बाहर निकलने का कारण भी नहीं बताने दिया।


-लोगों का कहना है कि वे दूध, दवाई और अन्य ज़रूरी सामान लेने निकले थे लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और बेतहाशा मारने लगी..


इतना पीटा कि चलते नहीं बन रहा, पुलिस की पिटाई का शिकार हुए हातीम भाई बंदूक वाला ने बताया कि वह 62 वर्षीय पिता हैदर भाई बंदूकवाला को लेकर जरूरी काम से मेडिकल तक गए थे। वहां से लौटे तो पुलिस जवानों ने देखा और बुरी तरह पीटने लगे। मैं उन्हें कारण बताने के लिए समझाता रहा तो एक जवान ने लाठियां मारकर मेरी बाइक तोड़ दी। वहीं, पीछे बैठे मेरे पिता बैठे थे। वेशुगर पेशेंट हैं,उन्हें बुरी तरह पीटा। मुझे पैरों पर इतनी लाठियां मारी किवहां नीले निशान बन गएऔर अब चलते भी नहीं बन रहा है। ये पुलिस की ज्यादती है। इसी इलाके में पुलिस ने कई लोगों पर अपनी बर्बरता दिखाई, यहां तक सड़क पर खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ मचा दी। लोगों का कहना है कि वे दूध, दवाई और अन्य ज़रूरी सामान लेने निकले थे लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और बेतहाशा मारने लगी, जब पुलिस बाइक सवार बोहरा समाज के दो लोगों को मार रही थी तब ज़िबरान नाम का व्यक्ति अपने घर के बाहर बैठा हुआ था जिसे देख पुलिस कर्मियों ने उसे भी पीटा और उसकी गाड़ियां तोड़ दीं,
इसी इलाके में रहने वाले अज़ीम खान ने बताया कि वे नगर निगम ,में असिस्टेंट रेवेन्यू इंस्पेक्टर हैं. वे कल दूध लेने निकले थे, उनका कार्ड गाड़ी में रह गया था, इस दौरान अचानक पुलिस आई और उन्हें बेदर्दी से पीटने लगी।


-पुलिस ने पिटाई कावीडियो होने से इनकार किया..


समाज के मीडिया प्रभारी मजहर हुसैन सेठजीवाला ने कहा कि कोरोना में घर से निकलना सही नहीं है,लेकिन पुलिस को भी इतनी बेरहमी ने नहीं पीटना चाहिए था। वृद्ध को देख पुलिस ने जो लाठियां बरसाई हैं, वह गलत है। इधर, टीआई भरत सिंह ठाकुर सेभास्कर ने पक्ष जाना तो उन्होंने उक्त पिटाई का वीडियो इलाके का नहीं होना बताया। अब पूरा मामला वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा है। वे पिटाई करने वाले जवानों की जांच करवा रहे हैं।


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी