लॉकडाउन के चलते लखनऊ में इस बार फीकी रहेगी बड़े मंगल की चमक, भंडारे पर लगा ग्रहण

पूर्व दिनों में मुस्लिम समुदाय ने बड़े मंगल का आयोजन कर एकता भाईचारे का दिया था संदेश–


-हर साल बडे़ मंगल के दिन बाजारों, दुकानों के सामने, सार्वजनिक स्थलों पर विशाल भंडारे का आयोजन होता था और पूरा शहर भर पेट प्रसाद खाता था..


-मंदिर के कर्ता धर्ता संतोष दुबे ने कहा कि लॉकडाउन के कारण धार्मिक अनुष्ठान की अनुमति नहीं है इसलिए इस बार लोग भंडारे में प्रसाद स्वरूप मिलने वाले स्वादिष्ट पकवानों से वंचित रह जाएंगे..


लखनऊ, 11 मई 2020, कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन के चलते राजधानी लखनऊ में इस बार बड़े मंगल के भंडारे पर भी ग्रहण लग गया है,
जेठ की दोपहरी, बड़ा मंगल और इस पर्व का बेसब्री से इंतजार लखनऊ वासियों की संस्कृति का अभिन्न अंग माना जाता है, हर साल बडे़ मंगल के दिन बाजारों, दुकानों के सामने, सड़कों, गलियों, मंदिरों के पास, धर्मशालाओं, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर विशाल भंडारे का आयोजन होता है और पूरा शहर भर पेट प्रसाद खाता है।


लॉकडाउन के चलते सब फीका..


कानपुर रोड पर कृष्णानगर स्थित हनुमान मंदिर के पुजारी पंडित जनार्दन मिश्र ने कहा जेठ महीने का इंतजार सभी हनुमान भक्तों को बेसब्री से रहता है, बड़े मंगल का शुभ समय इसी महीने में पड़ता है और इस महीने राजधानी के मंदिरों और गली गली, सड़क सड़क विशाल भंडारे होते हैं, मिश्र कहते हैं कि इस बार लॉकडाउन के चलते सब फीका है और लोगों को घरों में ही रहकर हनुमान की आराधना करनी पड़ेगी।
कल्याणपुरी में मां भवानी और हनुमान मंदिर के कर्ता धर्ता संतोष दुबे ने कहा कि लॉकडाउन चल रहा है और किसी भी तरह के धार्मिक अनुष्ठान की अनुमति नहीं है इसलिए इस बार लोग भंडारे में प्रसाद स्वरूप मिलने वाले स्वादिष्ट पकवानों से वंचित रह जाएंगे।


इस बार पहला बडा़ मंगल 12 मई को पडे़गा, ये दिन 17 मई तक घोषित लॉकडाउन-3 की अवधि के भीतर पड़ रहा है, उसके बाद 19, 26 मई और दो जून को बड़े मंगल पड़ेंगे..


लखनऊ विश्वविद्यालय में प्राचीन संस्कृत विभाग के अनुसंधानकर्ता रहे कर्मकांड विशेषज्ञ रजनीश चंद्राभ श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार चार बडे़ मंगल पड़ रहे हैं, पहला बडा़ मंगल 12 मई को पडे़गा, ये दिन 17 मई तक घोषित लॉकडाउन-3 की अवधि के भीतर पड़ रहा है, उसके बाद 19, 26 मई और दो जून को बडे मंगल पड़ेंगे।
श्रीवास्तव ने कहा कि लॉकडाउन हटने की स्थिति में शेष तीन बडे़ मंगल बिना लॉकडाउन के ही पड़ेंगे लेकिन इसके बावजूद सोशल डिस्टेंसिंग के चलते भंडारे और भीड़ गायब रहेंगे।
 गोमती तट पर बैकुण्ठ धाम के निकट प्राचीन शिव मंदिर के पुजारी आचार्य शिव पाण्डेय ने बताया कि बड़ा मंगल पर लोग हनुमान जी सहित अपने आराध्य देवों की उपासना कर मन्नत मांगते हैं और मनोकामना पूरी होने पर बडे़ मंगल पर भंडारा करते हैं।
 बड़े मंगल का महत्व बताते हुए ज्योतिष विशेषज्ञ एवं गोण्डा के झालीधाम मंदिर से जुडे पंडित प्रकाश तिवारी ने बताया कि भगवान शंकर और श्रीराम ने हनुमान को वरदान दिया था कि ज्येष्ठ माह के सभी मंगलवार को उनकी विशेष पूजा होगी।
इस माह हनुमान का दर्जा राम से भी बड़ा होगा, इसी मान्यता के चलते ज्येष्ठ माह के सभी मंगलवार को बड़ा मंगल मानते हुए श्रद्धालु हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना करते हैं।


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी