पुराने लखनऊ में पुलिस द्वारा पत्रकार के हुए अपमान पर पश्चिम क्षेत्र की पुलिस शर्मिंदा, लौटाया पत्रकार का खोया सम्मान


 'नमस्ते लखनऊ' जैसा अभियान चलाया गया ताकि पुलिस प्रशासन जनता से अच्छा व्यवहार करे, 'पुलिस मित्र' बनकर डयूटी निभाए..



 -पत्रकार से हुई अभ्रदता के मामले मे कई पत्रकार संगठन भी खुल कर समर्थन मे आए सामने..वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान ने कहा आप माफी नहीं बल्कि गलती मानिये..



लखनऊ, 21 अप्रैल 2020, राजधानी लखनऊ में आए दिन पुलिस द्वारा पत्रकारों से अदभद्रता देखने को मिल रही है जबकि लखनऊ कमिश्नर सुजीत पांडे ने लखनऊ की पुलिस को निर्देश दिए हैं कि पुलिस पत्रकारों से शालीनता से पेश आए और सभी नागरिकों से पुलिस प्रशासन 'मित्र पुलिस' बनकर डयूटी निभाए, जबकि पुलिस जनता की सुरक्षा और हिफाजत के लिए है, लखनऊ के सभी नागरिकों के साथ पुलिस अच्छा व्यव्हार करें इसी के लिए पुलिस कमिश्नर ने एक खास तरह के अभियान का आगाज किया 'नमस्ते लखनऊ" की इस व्यवस्था के तहत सुबह-शाम पार्क और सड़क पर टहलने वालों का पुलिस ख्याल रखेगी और मुलाकात होने पर नमस्ते भी करेगी।



इस अभियान में पुलिस राजधानी लखनऊ की सड़कों पर सुबह और शाम टहलने वालों के लिए ‘नमस्ते करेगी। लेकिन इसके बावजूद भी ज्यादातर पुलिस प्रशासन कमिश्नर साहब के आदेशों का उलंघन करती दिखाई देती है, ऐसे ही एक मामला पुराने लखनऊ में वरिष्ठ पत्रकार के साथ हुआ जिसमें पुलिस ने अदभद्रता की सारी मर्यादा को ताक पर रखते हुए उनका अपमान किया था, अधिकारियो ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए पत्रकार खालिद रहमान के सम्मान को आज लौटा दिया, दरअसल वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान से चार दिन पहले पुलिस कर्मियो द्वारा की गई अभद्रता ठाकुरगंज के बालागंज चैराहे के पास उपनिरीक्षक एसपी सिंह और इन्स्पेक्टर वीरपाल सिंह ने कवरेज के दौरान अभद्रता की थी इस प्रकरण मे न्यूज एजेन्सी यूनाईटेड न्यूज़ सर्विस के प्रबन्धक द्वारा पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख कर उपनिरीक्षक और निरीक्षक के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई थी, कार्यवाही न होने पर पीड़ित पत्रकार द्वारा प्रमुख सचिव गृह को पत्र भेज कर कार्यवाही की मांग की गई थी।


-पत्रकार से हुई अभ्रदता के मामले मे कई पत्रकार संगठन भी खुल कर समर्थन मे सामने आए..



वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान से हुई अभ्रदता के मामले मे कई पत्रकार संगठन भी खुल कर खालिद रहमान के समर्थन मे सामने आए थे घटना के बाद वरिष्ठ पत्रकारो ने भी इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए नाराज़गी जताई तो पुलिस के अधिकारियो ने इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए इस मामले मे हस्तक्षेप कर पत्रकार खालिद रहमान के खोए हुए सम्मान को वापस दिलाने के लिए अहम भूमिका निभाई। सोमवार को एसीपी बाज़ार खाला के कार्यालय मे निरीक्षक वीर पाल सिंह ने आकर अपनी गलती मानी।


-वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान ने कहा आप माफी नहीं बल्कि गलती मानिये..



सोमवार की दोपहर एसीपी बाज़ार खाला के कार्यालय मे शहर के तमाम पत्रकारो की मौजूदगी मे खालिद रहमान को एसीपी बाज़ार खाला और एसीपी चाौक ने पत्रकारो को आश्वस्त करते हुए कहा कि पत्रकारो को समाचार संकलन मे कोई कठनाई नही होगी ।कार्यालय मे सोशल डिस्टेसिंग बनाते हुए तमाम पत्रकारो के सामने खालिद रहमान से अभ्द्रता करने वाले इन्स्पेक्टर वीरपाल सिंह को सामने खड़ा कर माफी मांगने को कहा तो खालिद रहमान ने कहा कि आप सम्मानित है आप माफी मांग कर मुझे शर्मिन्दा न करे आप माफी नही बल्कि गलती माने । एसीपी बाज़ार खाला अनिल कुमार यादव ने खालिद रहमान से वापस लिया पास भी उन्हे वापस लौटा दिया। 


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी