लॉक डाउन के बीच घर में दाना नहीं, तो कहीं खेतों में पानी, तेज धूप में बैंकों में लगी लंबी कतार 


-लॉकडाउन के दौरान घरों में कैद लोगों के सामने राशन पानी के साथ पैसों की भी किल्लत खड़ी हो गई..


-खेती किसानी के सामानों की किल्लत ने लोगों को इस तेज चिलचिलाती धूप में लाकर खड़ा करने पर मजबूर कर दिया..


लखनऊगोंडा 13 अप्रैल 2020, रोजमर्रा की जिंदगी पर 21 दिनों के ब्रेक ने लोगों को तितरबितर करके रख दिया। घरों में कैद रहकर लोगों के सामने अब जीवन पानी के लाले पड़ने शुरू हो गए है। घरों में बचाखुचा जरूरत के सामान भी अब खत्म के कगार पर पहुंच चुके है। गरीब व किसानों के सामने कोराना संकट अब एक बड़ी मुसीबत बनकर सामने आ रही है। यहां तक कि लोगों के घरों में दाना नहीं है तो वहीं किसानों के सामने सूखे पड़े खेतों में पानी नहीं। लगातार 21 दिन के लॉकडाउन ने गरीबों व किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। चिलचिलाती तेज धूप में बैंकों से पैसा निकालने के लिए जनता कतार लगाए खड़ी रही। जिससे वो अपने जरूरियात के सामनों को खरीद सकें। पूरे विश्व में महामारी बन चुकी कोविड-19 कोरोना वायरस को देखते हुए जहां पूरे भारत में 21 दिन का लाक डाउन चल रहा है। तो वहीं इस लॉकडाउन के दौरान गोंडा जिलें में कोरोना संकट के साथ साथ लोगों के सामने अन्य संकट भी गहराता जा रहा है।
बताते चले कि पंडरीकृपाल के सुभागपुर में प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के बाहर सैकड़ों की तादाद में लगी लम्बी कतार में लाइन लगी थी लाइन में लगे कुछ लोगों के मुताबिक पता चला कि घरेवलू सामान से लेकर खेती किसानी के सामानों की किल्लत ने लोगों को इस तेज चिलचिलाती धूप में लाकर खड़ा करने पर मजबूर कर दिया। 


घर में पैसा नहीं कैसे हो काम..


लॉकडाउन के दौरान घरों में कैद लोगों के सामने राशन पानी के साथ पैसों की भी किल्लत खड़ी हो गई है। चतुर्भुज जोत गांव के राम प्रहलाद ने बताया कि साहब घर में जो पैसा था वो सब खत्म हो गया है। ऐसे में घर का नोन तेल लकड़ी खरीदने के लिए आज बैंक में लाइन लगाए है।
लोवाई से आए राम शेखर ने कहा कि खेत बिन पानी के सूखे जा रहे है। खेत में चार बीघा गन्ना खड़ा है। जिसकी सिचाई करना जरूरी है। लेकिन सिचाई करने के लिए पैसा नहीं था जिस कारण डीजल खरीदने के लिए पैसा निकालने आया हूँ। इसी तरह एक गांव की महिला शरीकुन निशा ने बताया कि लाक डाउन के दौरान उसके दो बेटे दिल्ली में फंस गए है। काम धंधा न होने से दोनों बेटों के सामने तंगी खड़ी हो गई है। जिससे कि यहां से वो पैसा भेज रही है।


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी