लखनऊ
उत्तर प्रदेश सरकार के तीन साल पूरे होने पर बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकार वार्ता की
उन्होंने मीडिया के माध्यम से जनता को संबोधित करते हुए कहा कि तीन साल के दौरान हमने तमाम चुनौतियों को अवसर में बदला है।
उन्होंने तीन साल के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि हमने प्रदेश में हर एक क्षेत्र में सफलता हासिल की है। हमने यहां निवेश की संभावनाओं को बढ़ाया। अब सभी 75 जिलों में बिजली की आपूर्ती होगी, 1.67 लाख गांवों में बिजली पहुंच चुकी है।
उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने इंटर स्टेट कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाया है। चार शहरों में मेट्रो सेवाएं चालू हो गई हैं, जबकि दो शहरों में अब भी काम चालू है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के सहारे पांच लाख लोगों का हेल्थ भीमा कराया जा चुका है।
हमारी सरकार ने प्रयागराज में भव्य कुंभ का आयोजन किया। 1947-2016 तक सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज थे, हमने उसके लिए भी काम शुरू किया। तीन साल में 30 मेडिकल कॉलेजों का काम किया गया है।उन्होंने कहा कि अबतक 30 लाख लोगों को आवास मुहैया कराई जा चुकी है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में हर राज्य को ओडीओपी योजना लागू करना चाहिए। हर एक क्षेत्र में यूपी नंबर वन दिख रहा है। हर योजना में हमारा राज्य सफल रहा है। उन्होंने किसानों को लेकर भी उपलब्धियां गिनाईं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने 1.87 किसानों को फायदा पहुंचाया। किसानों के 36 हजार करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए गए। किसान सम्मान योजना से 12 करोड़ रुपये बांटे गए। हर गरीबों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि बेटियों की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वायज बनाई गई। 11 नए हवाई अड्डों का काम जारी है। सरकार बनते ही सारे अवैध बूचड़खाने बंद हो गए। प्रदेश में अब कानून व्यवस्था बेहतर नजर आ रही है।
35 लाख से ज्यादा युवाओं को रेजगार दिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि पहली बार प्रदेश में पुलिस फॉरेंसिक यूनिट बन रही है। साइबर अबराध रोकने के लिए अब हर एक रेंज में एक साइबर थाना होगा।
हमने कोरोना को काबू करने के लिए विशेष मुहिम चलाई, साथ ही स्वच्छ भारत मिशन से इंसेफेलाइटिस के असर को भी रोका। उन्होंने बताया कि फिलहाल सरकार किसानों की आय दुगनी करने पर काम कर रही है। पिछली सरकारों ने चीनी मिलें बंद कराई थीं, जबकि हमारे कार्यकाल में एक भी चीनी मिल बंद नहीं हुई। पहले प्रदेश में 116 चीनी मिलें थीं, अब उनकी संख्या 121 है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी बदलाव आए हैं। सरकारी स्कूलों में 50 लाख छात्र बढ़े हैं। तीन सालों में आठ नए विश्वविद्यालय बनाए गए हैं। वोकेश्नल और तकनीकी विषयों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। अब नकल विहीन परीक्षाएं कराई जा रही हैं।
रिपोर्ट@तमन्ना फरीदी