लॉकडाउन के बीच लखनऊ में बुजुर्ग ने फोन कर पुलिस से कहा, मेरा शुगर लो है रसगुल्ला उपलब्ध करा दीजिए, फौरन मिली मदद

लॉकडाउन के बीच लखनऊ में बुजुर्ग ने फोन कर पुलिस से कहा, मेरा शुगर लो है रसगुल्ला उपलब्ध करा दीजिए, फौरन मिली मदद



हालाकि समाज में पुलिस की छवि पर अक्सर सवाल उठते रहें है, लेकिन जब कुछ पुलिस अपनी ज़िम्मेदारी इंसानियत और मानवता के साथ निभाती हैं तो समाज में ऐसे पुलिस की सराहना भी की जाती है..


लखनऊ, 30 मार्च 2020, लॉकडाउन की घोषणा के बाद एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए घरों में बैठा है। वहीं, पुलिस-प्रशासन अपनी तरफ हरसंभव कोशिश कर रहा है कि आम लोगों को मुश्किल न हो। उन्हें आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हर हाल में की जाए। हालाकि समाज में पुलिस की छवि लोगों में अच्छी नही है कुछ पुलिस प्रशासन का आम नागरिकों के साथ अच्छा बर्ताव न होने और अभद्र भाषा का प्रयोग करने के कारण आम जनता में पुलिस का किरदार पर सवाल उठते रहते हैं लेकिन ऐसे में जब कुछ पुलिस प्रशासन अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी इंसानियत और मानवता के साथ निभाते हैं तो समाज में ऐसी पुलिस की सराहना भी की जाती है। 


मिठाई की दुकान खुलवाकर रसगुल्ला मंगाया, इंस्पेक्टर व चौकी प्रभारी दोनों बुजुर्ग के फ्लैट पर गये, उन्हें रसगुल्ला खिलाया फिर शुगर लेवल की जांच कराई..


 रविवार को इसका नजारा लखनऊ के हजरतगंज में देखने को मिला। हजरतगंज इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह के सीयूजी पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले 88 साल के आरसी केसरवानी थे। उन्होंने कहा कि वो शुगर के मरीज हैं। उनका शुगर लेवल काफी कम हो गया है। परिवार में कोई नहीं है। बहू व बेटा अमेरिका में रहते हैं। बुजुर्ग ने कहा कि संकोच हो रहा है लेकिन मजबूर हूं। अगर आप रसगुल्ला उपलब्ध करा दें तो उनकी जिंदगी बच जाएगी।
इंस्पेक्टर ने तत्काल नरही चौकी प्रभारी भूपेंद्र सिंह को बुजुर्ग की डिमांड के बारे मे बताया। आनन-फानन में मिठाई की दुकान खुलवाकर रसगुल्ला मंगाया गया। इंस्पेक्टर व चौकी प्रभारी दोनों बुजुर्ग के फ्लैट पर गये। वहां उसे रसगुल्ला खिलाया फिर शुगर लेवल की जांच कराई।


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी