कोरोना वायरस की मार झेल रहे दिहाड़ी मजदूर


कोरोना वायरस की मार झेल रहे दिहाड़ी मजदूर।
जब हमारे रिपोर्टर ने उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि वो लोग दिल्ली से और कई इलाकों से पैदल निकल पड़े है कि वो अपने गाव या अपने शहर तक पहुच सके वो लोग करीबन चार दिन से दिन रात का सफर तय करके आज आगरा पहुचे है।
हमारे संबदाता ने जब उनसे यहां आने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि जिस जगह वो काम करते है वहाँ उन्हें काम मिलना मुश्किल हो गया है और उनके मालिकों ने यह कहकर उन्हें वह से भगा दिया है कि यहां अब कोई काम नही है और उनको आने के लिए कोई पैसे तक नही दिए है।
जब हमारे संबाददाता ने उनसे पूछा कि उनका कोई सामान वो अपने साथ क्यों नही लाये तो उन्होंने बताया कि जिस शहर में रहते है वहाँ वो किराये के मकान में है ।
काम न होने के कारण करीबन एक महीने से ज्यादा हो गया है और उनके पास किराया तक देने के लिए पैसे नही है इसीलिए वो सारा सामान घर के मालिक के यहाँ ये कहकर छोड़ आये है कि ये सामान बेचकर वो अपना किराया ले ले।
ऐसे में ही आगरा के कुछ लोगो ने उनको सुबह का चाय नाश्ता कराया और कुछ लोग अपने वाहनों से कुछ दूर तक उन्हें छोड़ कर भी आये।जिससे ये देखकर उनकी आंखों में आंसू आ गए और वो तहे दिल से उन सब का शुक्रिया अदा किया। जिसमे हमारे आगरा सवांददाता मोहित अग्रवाल भी शामिल रहे।


आगरा सवांददाता मोहित अग्रवाल की रिपोर्ट