शिक्षा का मुख्य ध्येय हर विद्यार्थी को अच्छा इंसान बनाना होना चाहिए- राष्ट्रपति


 


शिक्षा का मुख्य ध्येय हर विद्यार्थी को अच्छा इंसान बनाना होना चाहिए- राष्ट्रपति।


रांची . राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि शिक्षा का मुख्य ध्येय हर विद्यार्थी को अच्छा इंसान बनाना होना चाहिए. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को रांची के चेरी-मनातू स्थित झारखंड सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड, सीयूजे के पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे.
इस मौके पर राष्ट्रपति ने चेरी-मनातू स्थित विश्वविद्यालय के नये परिसर का उद्घाटन भी किया और 96 छात्र-छात्राओं ं को गोल्ड मेडल प्रदान किया. इस मौके पर उनके साथ उनकी धर्मपत्नी सविता कोविंद भी मौजूद थीं. राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि ज्ञान से ही बुद्धि और कौशल को प्राप्त किया जा सकता है।
नैतिकता को आत्मसात करना भी शिक्षा का काम होता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा का ध्येय छात्र को अच्छा इंसान बनाना होना चाहिए. अच्छा इंसान होगा और वो डॉक्टर बन गया तो अच्छा डॉक्टर होगा. अच्छा इंसान होगा और अगर वो नेता बन गया तो वो अच्छा सामाजिक नेता होगा. अच्छा इंसान होगा तो अच्छा पति और पिता भी होगा. बेटी अच्छी इंसान होगी तो अच्छी बहू और अच्छी सास भी होगी।
रामनाथ कोविंद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है की आने वाले वर्षों में सीयूजे में हर साल दीक्षांत समारोह होगा और समय से छात्रों को डिग्री मिले. उन्होंने कहा कि उन्हें यह बताया गया है कि इस यूनिवर्सिटी में देशभर के विभिन्न राज्यों के अलावा भूटान,मलेशिया से से आये विद्यार्थियों ने भी डिग्री हासिल की पर्यावरण के क्षेत्र में सीयूजे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम किया है. झारखंड की 26 फीसदी आबादी जनजातियों की है, प्रकृति के साथ संतुलन बना कर जीने की शिक्षा इनसे मिलती हैं.
राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले दो वर्षां से उनकी विकास भारती बिशुनपुर में आदिवासी समुदायों के लिए जो काम किए गए हैं उन्हें देखने की इच्छा ढाई साल से है पिछली बार जब आया तो मौसम खराब होने की वजह से नहीं जा सका. इस बार जाऊंगा और नहीं जा सका तो फिर वहां जाऊंगा. रामनाथ कोविंद ने कहा कि पूर्व में भी उन्होंने सभी विश्वविद्यालय से यूनिवर्सिटी सोशल रिसपांसिबिल्टी के निर्वहन का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि यह जानकारी उन्हें प्रसन्नता हुई कि सीयूजे ने भी आसपास के पांच गांवों को गोद लेने की पहल की है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा सशक्तीकरण का प्रभावी माध्यम बेटियां होती हैं. बेटियां उच्चशिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं. अधिकांश विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में उन्होंने देखा है कि गोल्ड मेडल विजेताओं में बेटियां अधिक होती हैं. सीयूजे में भी पिछले छह वर्षों में 96 में से 64 छात्राओं ने गोल्ड मेडल प्राप्त किया है, जबकि सिर्फ 32 छात्रों को गोल्ड मेडल मिला, यह बेटियों के शानदार प्रदर्शन और सुनहरे भारत की एक झलक दिखाता है. बेटों की तुलना में बेटियों को चुनौतियों और बाधाओं का अधिक सामना करना पड़ता है. इस मौके पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और सीयूजे के चांसलर जस्टिस वीएन खरे भी मौजूद थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कल गुमला जिले के बिशुनपुर और देवघर भी जाएंगे. वे बिकास भारती बिशुनपुर में आदिवासियों के लिए किये गये विकास कार्यां का जायजा लेंगे. वहीं देवघर में बाबा मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद वापस रांची लौट आएंगे. कल भी वे रात्रि विश्राम रांची में करने के बाद रविवार को रांची एयरपोर्ट से रायपुर के लिए रवाना होंगे।


रिपोर्ट@त्रिलोकी नाथ