रायबरेली: शादी की शॉपिंग करने गई लड़की की गला घोंटकर हत्या, एक मार्च को होना था विवाह


 


रायबरेली: शादी की शॉपिंग करने गई लड़की की गला घोंटकर हत्या, एक मार्च को होना था विवाह।


रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र में शादी के लिए शॉपिंग करने शहर गई युवती की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। इसके बाद उसके शव को खेत में फेंक दिया गया। बुधवार की सुबह वारदात की जानकारी से क्षेत्र में दहशत फैल गई। पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने घटनास्थल का जायजा लिया और पूरे मामले की पड़ताल की। फोरेसिंक टीम ने घटनास्थल से वारदात से जुड़े साक्ष्य जुटाए। वारदात की कोई वजह सामने नहीं आई है। घटनास्थल से पुलिस को युवती की ओर से खरीदा गया सामान भी मिला है। पुलिस ने अज्ञात में मर्डर का केस दर्ज कर लिया है।


उन्नाव जिले के मौरावां थाना क्षेत्र के भइयाखेड़ा मजरे गुलरिहा गांव की रहने वाली सारिका यादव (24) पुत्री विशंभरनाथ जब छह साल की थी तब उसकी मां विद्यावती का निधन हो गया था।सारिका को उसकी बुआ कलावती गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र के फतेह बहादुर का पुरवा मजरे सुल्तानपुरखेड़ा ले आई थी। अपने बच्चों की तरह उसका पालन-पोषण किया। पढ़ाया-लिखाया और थाना हरचंदपुर के विजयी सिंह का पुरवा में शादी भी तय कर दी थी।


सारिका की एक मार्च को शादी तय थी। मंगलवार को सारिका शॉपिंग के लिए रायबरेली शहर गई थी। देर रात जब घर वापस लौटकर नहीं आई तो फूफा रामकुमार समेत अन्य परिवारीजन उसकी खोजबीन करने लगे लेकिन उसका पता नहीं चला। बुधवार की सुबह गांव जाने वाले रास्ते में खेत के पास सारिका का शव मिलने से सनसनी फैल गई।
घटनास्थल पर मृतका की ओर से खरीदा गया सामान पड़ा मिला वारदात की जानकारी पर एसपी के अलावा एएसपी नित्यानंद राय, सीओ लालगंज इंद्रपाल सिंह, थानेदार कुंवर बहादुर सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल पर मृतका की ओर से खरीदा गया सामान पड़ा था। शरीर में मृतका आभूषण पहने थी। इसलिए पुलिस को शक है कि हत्या रंजिश और लूटपाट के इरादे से उसका मर्डर नहीं किया गया। इसकी वजह कुछ और है। मृतका के गले में निशान बने थे, अन्य शरीर में कहीं पर चोट के निशान नहीं थे। इससे जाहिर है कि गला घोंटकर उसका कत्ल किया गया। थानेदार का कहना है कि अज्ञात में मर्डर का केस दर्ज कर लिया गया है।


पिता से बोली थी बुधवार को आएंगे घर 
बिटिया की हत्या की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे पिता विशंभरनाथ के आंसू नहीं थम रहे थे। पिता ने बताया कि मंगलवार की रात नौ बजकर 53 मिनट पर बिटिया से बातचीत की थी। बिटिया ने कुशलक्षेम बताया था और कहा था कि बुधवार को गांव आएंगे। इसके बाद उनकी बात नहीं हुई थी। इसके बाद पता नहीं बिटिया के साथ क्या हुआ। सुबह घटना की जानकारी हुई तो भागते हुए यहां चला आया।


त्रिलोकी नाथ 
   रायबरेली