प्रेस वार्ता में उरूसा राना ने कहा पुलिस दे रही है धमकियां
-घंटाघर धरने पर बैठी महिलाओं को धमकाया, अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा तुम सबको देख लेंगे-
लखनऊ । नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध पिछले 21 दिनों से शांतिपूर्वक लखनऊ की ऐतिहासिक इमारत घंटाघर पर धरने पर बैठी महिलाओं को 7 जनवरी 2020 से ही यूपी पुलिस घटनास्थल से हटाने के लिए सरकार के इशारे पर एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए कभी उनके कंबल चोरी कर ले जाते हैं तो कभी खाने पीने का सामान यहां तक कि महिलाओं की गोद में दूध पीते बच्चे, उनका दूध और खाना भी फेक देते हैं इतना सहन करने के बाद भी अहिंसा के रास्ते पर चलकर महिलाओं ने धरना प्रदर्शन जारी रखा तो उनका शौचालय भी बन करा दिया गया और कई महिलाओं के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करके उन्हें घटनास्थल से गिरफ्तार कर लिया, महिलाओं की संख्या बढ़ती गई प्रदेश और देश का पूरा मीडिया उनकी आवाज बुलंद करने के लिए रात दिन मौजूद रहा इस आंदोलन को बढ़ता देख महिलाओं में खौफ पैदा करने और भगदड़ मचाने के लिए उन पर लाठी डंडे तक बरसाए लेकिन आंदोलनकारी महिलाओं पर इसका कोई असर नहीं हुआ वो भारत का तिरंगा और संविधान लिए धरने पर बैठी रही ऐसा लग रहा था जैसे देश की आज़ादी के लिए शहीद हुए क्रांतिकारी की आत्माएं, भारत का संविधान और भारत का तिरंगा इनकी मदद कर रहा है वरना इतना हौसला शासन प्रशासन और पुलिस के अभद्र भाषा गालियां लाठी डंडे खाने के बाद भी कहां से इनमें पैदा हो रहा है, पूरे देश के कवि, साहित्यकार, न्यायमूर्ति, अधिवक्ता, कलाकार, गायक, साहित्यकार, पत्रकार, बुद्धिजीवी, हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सभी इन महिलाओं का हौसला बढ़ाने के लिए घंटा घर पर आ पहुंचे और यही नहीं सभी धर्मो के धर्म गुरु भी इनका हौसला बढ़ाने और इनकी कामयाबी की दुआएं करने इनके साथ हो गए देश के हर वर्ग भाषा संस्कृति के सेलिब्रिटीज ने इनके हौसले और जज्बे को सलाम किया ।
-अधिवक्ताओं ने प्रेस वार्ता में कहा पुलिस कर्मियों द्वारा महिलाओं का अपमान असंवैधानिक है-
लेकिन 6 फरवरी 2020 को धरना स्थल घंटाघर पर ठाकुरगंज थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार मिश्रा ने तो हद पार कर दी, जब दिनदहाड़े धरने पर बैठी महिलाओं से अभद्र भाषा प्रयोग करते हुए उन्हें धमकी दी और वहां मौजूद अंतरराष्ट्रीय शायर मुनव्वर राना की बेटी एवम् महिला आंदोलनकारी उरूसा इमरान राना को जेल में डाल कर सड़ा देने की धमकी दे डाली, अभद्र भाषा प्रयोग करते हुए ये भी कहा देख लेंगे तुम सबको, अब देखना क्या करता हूं यहां से बहुत जल्दी खदेड़ देंगे तुमको ये बात खुद उरूसा राना एवम धरना स्थल पर बैठी महिलाओं का सहयोग करने वाले अधिवक्ताओं ने 7 फरवरी 2020 को शाम 4:30 बजे लखनऊ क्षेत्र के लालबाग में स्थित सिटी होटल में मीडिया, एवम सोशल मीडिया के पत्रकारों के सामने प्रेस वार्ता में कही, प्रेस वार्ता में उरूसा राना ने ये भी कहा कि जिस तरह पुलिस द्वारा धमकाया द्वारा जा रहा है कल हमारे साथ या महिलाओं के साथ कोई अप्रिय घटना या अनहोनी होती है, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ? प्रेस वार्ता में समाज सेविका यासमीन खान व अधिवक्ता फरहा, अधिवक्ता सैफ, अधिवक्ता सुहैल व अन्य अधिवक्ता गण और उरूसा इमरान राना ने कहा कि महिलाओं का सार्वजनिक स्थल पर पुलिस कर्मियों द्वारा अपमान किया गया है जो घोर निंदनीय तथा असंवैधानिक है हम इसकी घोर निंदा करते है ।
रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी