प्रशासन की सख्ती के बीच रायबरेली का टाउन हॉल बना शाहीन बाग
सैकड़ो की संख्या में महिलाओं ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ धरने का बिगुल फूंका
रायबरेली। नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर जिला प्रशासन की सख्त हिदायतों के बीच बुधवार को शहर के टाउन हॉल पर सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने शाहीन बाग की तर्ज पर अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत कर दी है। इस दौरान हाथों में तख्तियां लेकर महिलाएं सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए अधिनियम को वापस लिए जाने की मांग कर रही थी। धारा 144 के बीच धरने की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया और सिटी मजिस्ट्रेट के साथ सीओ सदर ने मौके पर पहुंचकर महिलाओं को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन महिलाएं अपनी बात पर अड़ी रहीं और खबर लिखे जाने तक धरना समाप्त नहीं हो सका था। विवरण के अनुसार नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर विगत दिनों सपा कांग्रेस और जन समुदाय ने अपनी नाराजगी जताई थी। जिसके बाद जिले भर से सैकड़ों की संख्या में लोग जेल भेजे गए तो कई के खिलाफ शांति भंग की कार्यवाही कर उन्हें 10 से 15 लाख के मुचलके पर पाबंद किया गया। इस तरह जिला प्रशासन ने धारा 144 के साथ पुलिस की सख्ती से आंदोलनों को रोकने की काफी कोशिश की। जिसके बाद कई दिनों तक इस अधिनियम के खिलाफ लोग सड़क पर नहीं निकल सके। लेकिन एक तरफ जब कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ प्रियंका गांधी दो दिवसीय दौरे पर रायबरेली पहुंची तो एक तरह से इस आंदोलन के जरिए उनका स्वागत किया गया और जिस तरह देर शाम तक महिलाएं टाउन हॉल पर जमी हुई थी और पुलिस उनके सहयोग में महिलाओं को पहुंचने से रोक रही थी। उल्लेखनीय है कि इस समय सोनिया गांधी की मौजूदगी में इन प्रदर्शनकारियों पर जिला प्रशासन किसी तरह की सख्ती से बच रहा है क्योंकि 2 दिन के अंदर अगर इस धरने पर किसी तरह की सख्ती होती है तो कांग्रेस नेतृत्व की मौजूदगी में यह खबर राष्ट्रीय स्तर की बन सकती है।