30 वर्षों से चल रहे रास्ते के विवाद को आपसी सहमत से सुलझाया गया।
जगतपुर( रायबरेली) विकास क्षेत्र के धोबहा गांव सभा में एक रास्ते को लेकर लगभग 30 वर्षों से दो पक्षों के बीच में विवाद चल रहा था। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि की सूझबूझ के चलते विवाद को आपसी सहमत से निपटाया गया।
ग्राम सभा धोबहा मे हरदेव लाला के मंदिर से रामस्वरूप के दरवाजे तक 250 मीटर लंबे रास्ते का विवाद लगभग 30 वर्षों से सुनील त्रिवेदी व अशोक त्रिवेदी के बीच चल रहा था। प्रशासन द्वारा कई बार इसे खुलवाने का प्रयास किया गया। लेकिन कानूनी प्रक्रिया के चलते उसका निस्तारण नहीं हो सका। कई बार पुलिस प्रशासन व उप जिलाधिकारी द्वारा भी इस रास्ते को बनवाए जाने का प्रयास किया गया लेकिन यह रास्ता अधूरा ही पड़ा रहा। कभी भी दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन सकी। जिसके चलते काफी ग्रामीणों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 30 वर्ष बीत जाने के बाद ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राम विष्णु चौधरी द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर आपसी बैठक करवाई गई जिसमें सुबह से शाम तक बैठक चलती रही। अंत में दोनों पक्षों द्वारा यह निर्णय लिया गया यह रास्ता बनना आवश्यक है। प्रथम पक्ष सुनील तिरवेदी द्वारा रास्ता बनवाने के लिए रास्ते में पढ़ रहे नीम या यूकेलिप्टस के पेड़ भी काटने पर सहमति बन गई 30 वर्षों से लगाए गए पेड़ों को काटकर रास्ते का निर्माण शुरू करवाया गया। प्रधान प्रतिनिधि द्वारा कराए गए इस समझौते की पूरे गांव ने प्रशंसा की। रास्ते के निर्माण के समय काफी मात्रा में ग्रामीण उपस्थित रहे एवं श्रमदान भी किया। मौजूद लोगों में अखिलेश त्रिवेदी मुनीर शंभू विश्वकर्मा बब्बू त्रिवेदी बच्चू लाल राम भगत शिव मोहन रामदीन हितेंद्र पंचू अखिलेश लवलेश आदि उपस्थित रहे।
मनीष श्रीवास्तव रायबरेली सवांददाता