पत्रकार ने बनाया वीडियो नाराज डलमऊ कोतवाल ने संगीन मुकदमों में फंसाने की दी धमकी, कोतवाली परिसर में स्थानीय नेता के निजी वाहन में बैठने का वीडियो शूट कर रहे थे पत्रकार
डलमऊ/ रायबरेली- हाल में ही डीजीपी स्तर पर पत्रकारों के समाचार संकलन के दौरान व उनके समक्ष आने वाली किसी भी दिक्कतों को तुरंत निवारण के लिए व पत्रकारों से सम्मानजनक व्यवहार के लिए डीजीपी साहब ने सख्त आदेश जारी किए थे। लेकिन रायबरेली में आज उन्हीं नियमों को ताक पर रखते हुए डलमऊ कोतवाल श्री राम ने वह सब कुछ किया जिसका जिक्र डीजीपी साहब के उस लेटर में नहीं था। मामला डलमऊ क्षेत्र का है जहां पर अतुल कुमार अवस्थी एक चैनल में बतौर इनफॉर्मर काम करते हैं। समाचार संकलन के लिए वह डलमऊ कोतवाली गए वहां पर उन्होंने देखा डलमऊ कोतवाल श्री राम एक स्थानीय नेता की निजी वाहन वाहन में बैठे हैं उन्होंने वीडियो शूट किया लेकिन इसकी आहट जब कोतवाल श्रीराम को लग गई तो वह पत्रकार के पास आए और उनका मोबाइल छीनते हुए जबरन वीडियो डिलीट करा दिया तथा पत्रकार को संगीन मुकदमों में फंसाने की धमकी दी। पीड़ित पत्रकार अतुल कुमार अवस्थी उक्त घटना से काफी आहत हैं उन्होंने क्षेत्राधिकारी डलमऊ को पत्र लिखा है साथ में प्रतिलिपि मुख्यमंत्री डीजीपी व जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक रायबरेली को भी भेजी है उन्होंने न्याय की गुहार लगाई है उन्होंने लिखा है कोतवाली प्रभारी के द्वारा किए गए व्यवहार से वह आहत हैं उनकी छवि को भी गहरी ठेस पहुंची है अतः अधिकारीगण उनके पत्र पर ध्यान देते हुए तत्काल कार्यवाही करें और उन्हें न्याय दिलाया जाए जब खड़ी थी कोतवाली परिसर में सरकारी गाड़ी तो कोतवाल को निजी वाहन क्यों रास आया?
पत्रकार अतुल कुमार अवस्थी ने वीडियो शूट करने के दौरान यही सोचें होंगे आखिर जिस कोतवाली में सरकार द्वारा सरकारी गाड़ी की व्यवस्था की गई है तो कोतवाल साहब स्थानीय नेता के निजी वाहन के क्यों बैठे है आखिर कब तक पत्रकारों को न्याय की गुहार लगानी पड़ेगी क्यों नहीं होती है .. ऐसे अभद्र पुलिस वालों पर कार्यवाही जो जनता से तो सीधे मुंह बात नहीं करते वही उनकी कारनामे का कच्चा चिट्ठा निकालने वाले पर ही कार्यवाही की धौस देते हैं।
मनीष कुमार श्रीवास्तव रायबरेली सवांददाता